प्रस्तावना :
योगा यह एक प्राचीन से चला आ रहा कला है, जो की मानव जीवन को स्वस्थ बनता है| यह पद्धति का सर्वप्रथम महर्षि पतंजली के द्वारा आरम्भ किया गया था | इस क्रिया के द्वारा शरीर,मन और आत्मा के बीच संतुलन का समन्वय रखता है |
योग ही मात्र ऐसा उपाय है जिससे की हमें हजारो रोगों से मुक्ति मिलती है| यदि योग को अपनी जीवन का हिस्सा बना ले तो मानो की हमें दवाखाना जाने की जरुरत ही नहीं होगी|
अर्थात इससे हमें केवल रोग से ही मुक्ति नहीं मिलती बल्कि हमरे भीतर एक नई उर्जा का संचार करता है| यह क्रिया केवल आसन और श्वास लेने की प्रक्रिया के द्वारा किया जाता है |
योगा से होनेवाले लाभ
प्रतिदिन प्रातः सूर्योदय से पहले उठकर योगाभ्यास करने के कारण हम कई बीमारियों से मुक्त रहते है और हमारा शरीर ,मानसिक शक्ति अर्थात यदास्शक्ति को विकसित और एकाग्र करता है |
योग के येही लाभ के कारण आज सम्पूर्ण विश्व में ओलाम्पिस्ट लोग भी कोई भी खेल आरम्भ करने से पूर्व योग का प्रशिक्षण लेते है |
जैसा की हम ने अपने स्कूलों में भी पढ़ा होगा की, मन चंचल होता है उसे ही एकाग्र करने के लिए हमें योग पद्धति का सहारा लेना होता है |जिसके कारण हमारे व्यक्तित्वा में निखर आता है और विकास होता है |
योग दिवस
योग अर्थात इससे होनेवाले कई तरह के लाभ से दुनिया को जागरूक करने हेतु हमारे भारत देश के प्रधान मंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी ने २१ जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मानाने की घोषणा की |
जिससे सभी लोग योग का महत्व को समझे और इसका सभी लोग लाभ ले सके | आज भी सम्पूर्ण भारत वर्ष में कई योगी लोग योग पद्धति की सहायता से स्वस्थ रह कर आयु में वृद्धि करते है |
योग के निम्न प्रकार
योग कल की कई म्न प्रनिकार है जैसे कर्म योग ,ज्ञान योग ,भक्ति योग, हठ योग तथा राज्ययोग |
किंतु जब कभी भी लोग देश या विदेश में योग के सम्बंधित कोई भी बात करते है, तो उस क्रिया को हम हठ योग कहते है | जिसमे भुजंगासन,तद्दाशन,धनुषासन तथा अनुलोम-विलोम जैसे कुछ व्यायाम इसमें शामिल होते है |
निष्कर्ष :
योग के असंख्य लाभ है जिसे हम व्यक्त नहीं कर सकते है | हम केवल इसे यह कह सकते है की,यह इश्वर द्वारा मानव जाती को प्रदान किया गया एक उपहार के सामान है|
योग के क्रिया में तोड़ी तकलीफ जरुर होती है किंतु जब है इसके लाभ मिलते है वह किसी चमत्कार से कम नहीं होता है|
वर्तमान काल में जिस रोगों का आधुनिक चिकित्सको के पास इलाज नहीं उपलब्ध है जैसे की, उच्चरक्त चाप ,निम्न रक्त चाप ,उदय में गैस तथा जोड़ो के दर्द इत्यादी के इलाज आज योग दे रहा है |
आज योग पद्धति के द्वारा ही लोग इन सब बीमारियों पर विजय प्राप्ती कर रहे है |अतः हमें योग पद्धति की आदत डाल लेनी चाहिये इससे हमारा शरीर स्वस्थ चुस्त दरुस्त तथा लचीला रहता है जिससे हमें कोई भी शारीरिक रोग नहीं होता है |