प्रस्तावना :
जैसे ही हम सभी जानते हैं की मानव जीवन में अनुशासन का महत्व अधिक आवश्यक होता है | लेकिन इंसान की शुरुआत विद्यार्थी जीवन से ही होती है | अनुशासन सफलता की कुंजी है यदि कोई अनुशासन में रहकर अपना जीवन-यापन करता है तो वह स्वंय के लिए सुखद और उज्जवल भविष्य की राह निर्धारित करता है |
विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्त्व
विद्यार्थी जीवन में अनुशासन सबसे अधिक होता है | क्योंकि अनुशासन के द्वारा ही विद्यार्थी स्वंय के लिए उज्जवल भविष्य की संभावना कर सकता है | जीवन में सफलता का रहस्य अनुशासन की भावना रखना है |
यदि विद्यार्थी जीवन में अनुशासन नहीं रहा तो वह जीवन की दौड़ में सबसे पीछे रह जाएगा | उसकी अनुशासन हीनता ही उसे असफल बना देगी | अनुशासन एक ऐसा मार्ग है जो जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है |
अनुशासन क्या है
मानव द्वारा नियमों में रहकर नियमित रूप से अपने कार्य को करना ही अनुशासन है | अनुशासन आपके किसी भी काम को अच्छे से करने का आसान तरीका है | मानव एक समाजिक प्राणी है, किसो भी समाज के निर्माण में अनुशासन की महत्पूर्ण भूमिका होती है |
अनुशासन का अर्थ
अनुशासन शब्द दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है | इसका अर्थ है नियम के अंतर्गत चलना | कोई विद्यार्थी हो या कोई भी अनुशासन के द्वारा ही स्वंय के लिए उज्जवल भविष्य की संभावना कर सकता है | | यदि उसके जीवन में अनुशासन नहीं होगा तो वह जीवन में पीछे ही रह जाएगा |
अनुशासन में रहने वाले विद्यार्थी
अनुशासन देश के लिए बहुत ही जरुरी है | यदि कोई भी विद्यार्थी प्रशासन, स्कूल, समाज, परिवार जैसे किसी भी जगहों पर यदि लोग अनुशासन में रहकर अपने कर्तव्य का पालन करेंगे, अपनी जिम्मेदारी समझेंगे तो देश में अशांति नहीं होगी | किस भी नियम को तोड़ने से ही अनुशासनहीन बढ़ती है और समाज में अर्थव्यवस्था उत्पन्न होती है |
विद्यार्थी जीवन में सीखी हुई बातें भविष्य में काम आती है | यदि विद्यार्थी में अनुशासन का अभाव होगा तो वह उपयोगी शिक्षा ग्रहण करने की बजाय गलत चीजों में अपना समय नष्ट करेंगे | अधिकार विद्यार्थी जीवन में कम उम्र होने के कारण सही और गलत की परख नहीं होती है |
कोई भी विद्यार्थी अनुशासन के महत्व को समझे बिना सफलता प्राप्त नहीं कर सकता है | अनुशासन प्रिय विद्यार्थी नियमित विद्यालय जाता है | कक्षा में अध्यापकों द्वारा बताई गई बातों का अनुसरण करता है | अनुशासन में रहने वाले बिद्यार्थी सदैव परिश्रमी होते हैं | अनुशासन में रहने वाले विद्यार्थी आगे चलकर देश के भविष्य बनते हैं |
निष्कर्ष :
अनुशासन में रहकर विद्यार्थी भविष्य में चलकर डॉक्टर, इंजीनयर, वकील, कलेक्टर और राजनेता बनता है | विद्यार्थी कभी भी देश को नुकसान पहुँचाने का कार्य नहीं करते है | वे खुद कभी भ्रष्टाचार के रस्ते पर नहीं चलते हैं और नहीं किसी को चलने देते हैं |