प्रस्तावना :
वायु प्रदुषण की समस्या से आज पूरा विश्व जूझ रहा है | किसी प्रकार के जैविक, रसायन, सूक्ष्म और विषैले पदार्थों का वातावरण में मिलना ही वायु प्रदुषण है | जैविक अणुओं और हानिकारक पदार्थों के मिलने के कारण दिन-प्रतिदिन वातावरण की ताजी हवा प्रदूषित होती जा रही है | इस प्रकार प्रदूषित वायु से स्वास्थ्य संबंधी अनेक बीमारियाँ मृत्यु का कारण बनती है |
वायु प्रदुषण वर्तमान समय में पुरे विश्व में विशेषरुप से औद्योगिकीकरण के कारण बड़े शहरों में सबसे बड़ी समस्या है | वायु प्रदुषण रसायन, सूक्ष्म पदार्थ का वातावरण में मानव की भूमिका है जो मानव समस्त जीव-जंतुओं और पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता है |
वायु प्रदुषण का अत्यधिक प्रभाव शहरी क्षेत्रों में दिखाई देता है | क्योंकि शहरों में बड़े-बड़े उद्योग धंधों, मोटर वाहनों से जहरीली गैसें निकलती हैं | वायु प्रदूषण इस धरती पर रहने वाले सभी जीव-जंतुओं पर हानिकारक प्रभाव डालती है | इसके कारण क बीमारियां उत्पन्न होती हैं, जो कि जीवन भर ठीक नहीं होती है | अंत में बीमारी के कारण मृत्यु हो जाती है |
वायु प्रदुषण की पहचान अधिकतर प्रमुख स्थायी स्रोतों से की जाती है | लेकिन उत्सर्जन का सबसे बड़ा स्रोत मोबाईल, ऑटोमोबाइल है | कार्बन डाईऑक्साइड जैसी कई गैसें हैं, जो ग्लोबल वार्मिंग के लिए सहायक है |
पृथ्वी की उत्पत्ति जब से उत्पत्ति हुई है, तब से वायु प्रदुषण हो रहा है | मानव सभ्यता के आने से पहले वायु प्रदुषण की मात्रा बहुत कम थी लेकिन आज मानव के कार्यों से वायु प्रदुषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही रहा है | वायु प्रदुषण के मामले में दुनिया के सबसे प्रदूषित शहर हमारे भारत देश में ही है |
वटु प्रदुषण के कारण :
उद्योग धंधे
बड़े उद्योग धंधे और कारखानों से निकलने वाले हानिकारक गैसों से हमारा वायुमंडल दिन प्रति-दिन प्रदूषित होता जा रहा है | जो की पुरे वातावरण को प्रदूषित कर रहा है | बड़े-बड़े उद्योगों में रासायनिक केमिकल और कोयले का इस्तेमाल किया जाता है जो की वातावरण के लिए हानिकारक है |
जनसँख्या की वृद्धि
वायु प्रदुषण बढ़ने का कारण दिन प्रति-दिन बढ़ते जनसँख्या की वृद्धि के कारण ऑक्सीजन की मात्रा का उपयोग अधिक मात्रा में हो रहा है और कार्बन डाइऑक्साइड अधिक मात्रा में उत्पन्न हो रही है | बढ़ती हुई जनसँख्या की वृद्धि में आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अधिक संसाधनों की आवश्यकता होती है |
धूम्रपान
आज के समय में पूरी दुनिया धूम्रपान करने वालों की संख्या सबसे अधिक है | धूम्रपान करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है, जिसके कारण हमारा वातावरण प्रदूषित हो रहा है |
वायु प्रदुषण को रोकने के उपाय :
वायु प्रदुषण को रोकने के लिए अधिक मात्रा में पेड़ पौधे लगाने चाहिए | क्योंकि पेड़ पौधों से ऑक्सीजन निकलती है, और वह कार्बन डाइऑक्साइड ग्रहण करते है | जिससे प्रदूषित हवा साफ हो जाता है | वाहनों में उपयोग होने वाले पैट्रोल, डीजल की जगह पर सौर, जल, गैस और विद्युत ऊर्जा से चलने वाले वाहनों का आविष्कार करना होगा