प्रस्तावना :
प्राचीनकाल से भारत एक समृद्ध देश रहा है| किंतु कुछ समय के बाद जब भारत देश को आजादी मिली तब से लेकर आज तक, भिन्न प्रकार की राजनीती तथा कूटनीति ने अपने लिए स्थान बना लिया है|
जिसके कारण भारत देश में बहुत हद्द तक बेरोजगारी की समस्या सामने देखने को मिली हैं, बेरोजगारी का अर्थ होता है की, बेरोजगार व्यक्ति को रोजगार की इच्छा होने के बावजूद उसे रोजगार न प्राप्त होना |
बेरोजगारी की समस्या होने का कारण
हमने कई बार यह कथन सुना होगा की, “छोटा परिवार सुखी परिवार”बस यही हमारे भारत देश में नहीं है|
इस देश में बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न होने का मुख्य कारण यह है की, जनसँख्या में होनेवाली अधिक वृद्धि तथा उससे कहीं जादा होनेवाली राजनीती और कूटनीति जिसके कारण बेरोजगारी को बढ़ावा मिलती रहती है |
हम यही सोचते है की, जब भारत देश में बढती जनसँख्या पर नियंत्रण करेंगे तभी हमें रोजगार प्राप्त होगा, किंतु ऐसा नहीं है|
जब तक हमारे देश के बड़े तथा छोटे अधिकारी सभी बात-बात पर राजनीती करना बंद नहीं करेंगे तब तक यह संभव ही नहीं हैं| अतः बेरोजगारी का मुख्य कारण केवल और केवल जनसंख्य में वृद्धि और बात-बात पर हो रही राजनीति है |
बेरोजगारी के कारण भ्रष्टाचार
भारत में विदेशी कंपनियों ने अपने लिए भारत देश के नागरिक में आज के समय में एक विशेष स्थान बना लिया है |
जैसे की विदेशी कंपनियों की मोबाइल तथा अन्य आविष्कृत आधुनिक यंत्रो का व्यापर करके यह भारत वासियों में से आत्मनिर्भरता ख़त्म कर दिए है|
जिसके कारण कोई भी भारत का व्यक्ति पढाई तथा अध्यन करना नहीं चाहता जिसके कारण वह परीक्षा में उचित तथा मेरिट वाले अंको से उत्तीर्ण नहीं हों पाते, जिससे वह चयन करने वाले अधिकारियों को रिश्वत तथा घुस देकर अपनी बात मनवा लेते है|
और यह भ्रष्टाचार भी एक कारण है, जिसके कारण नागरिको कों रोजगार की जटिल समस्या का प्रतिदिन सामना करना पड़ता है |
बेरोजगारी व्यक्ति की सच्चाई, ईमानदारी तथा करुणा से बहुत दूर ले जाती है जिसके कारण लोगों में बेरोजगारी को लेकर क्रूरता का वास होता है | और लोग जुर्म के रास्ते पर निकल पड़ते है |
बेरोजगारी की समस्या हेतु रोकथाम
भारत सरकार ने घोषणा करते हुए यह कहा की, प्रत्येक व्यक्ति को हर परिस्थिति हेतु हमें तत्पर रहना चाहिये | हमें धैर्य से काम लेना चाहिये और कभी भी गलत मार्ग नहीं चुनना चाहिये जिसके कारण हमारे देश के कानून व्यवस्था को ठेस पहुँच सकें |
देश के विकाश हेतु सरकार प्रत्येक पांच वर्ष पर यह योजना चलाया गया| जिसमे राष्ट्र का पहला कर्तव्य यह है की बेरोजगारों को रोजगार प्रदान करना |
निष्कर्ष :
बेरोजगारी भारत देश की आज की बहुत जटिल समस्या बन गयी है|- जिससे भारत की सरकार इस समस्या पर निरंतर प्रयास कर रही है |
हमें इससे यह समझ जाना चाहिये की हमें अपने देश की सरकार के प्रत्येक कानून तथा फैसले का स्वागत करना चाहिये |