प्रस्तावना :
पर्यावरण जिसके चारो तरफ पूरा ब्रह्माण्ड जीव और जगत घिरा हुआ है | पर्यावरण जो हमारे चारो तरफ हरियाली है जिस पर हमारा पूरा जीवन निर्भर है | पर्यावरण स्वच्छ वातावरण हैऔर स्वच्छ वातावरण से ही स्वस्थ जीवन और समाज का निर्माण होता है |
परंतु मनुष्य की लापरवाही के कारण हमारा स्वच्छ वातावरण दिन-प्रतिदिन दूषित होता जा रहा है | पर्यावरण ही प्राकृतिक परिवेश है जो पृथ्वी नामक ग्रह पर जीवन को विकसित होने में मदद करता है |
पर्यावरण का अर्थ-:
पर्यावरण दो शब्दों से मिलकर बना हुआ है जैसे की ‘परी’ + ‘आवरण’ जिसका अर्थ है पर्यावरण का तात्पर्य हमारे चारो के वातावरण और उसमें रहने वाले अन्य जीव-जंतु और प्राणियों से है |
हम अपने चारो तरफ मौजूद वायु, भूमि, जल, पशु-पक्षी, पेड़-पौधे आदि सभी पर्यावरण के अंतर्गत आता है | जंगलों की कटाई के कारण जीवन समाप्त होने का असर उसमें रहने वाले प्राणियों के जीवन पर पड़ रहा है | जैसे जीवों की बहुत सी प्रजातियाँ विलुप्त हो गई हैं |
पर्यावरण और मानव
मानव जाति की उन्नति लगभग २५ लाख वर्ष से भी अधिक समय पूर्व हुआ था | दूसरे जंतुओं की तरह मानव अपनी जीवन के निर्वाह के लिए पूरी तरह से भोजन की लिए पर्यावरण पर ही निर्भर था |
मानव बुद्धिमान होने के कारण पर्यावरणीय संसाधनों से केवल भोजन ही नहीं बल्कि दूसरे कार्यों को करने के लिए खोजना शुरू कर दिया | पिछले कुछ शताब्दी में पर्यावरण का दोहन इतना बढ़ गया है की पर्यावरण पर गंभीर रूप से नष्ट होने का खतरा बढ़ गया है |
पर्यावरण की संकल्पना
पर्यावरण कोई एक तत्व नहीं बल्कि अनेक तत्वों का समूह है, पर्यावरण जलवायु, स्वच्छता प्रदुषण, और पेड़-पौधे जो हमारे दैनिक जीवन में संबंध रखता है |
मानव और पर्यावरण एक दूसरे पर निर्भर हैं | पृथ्वी नामक ग्रह पर पर्यावरण ही एकमात्र जीवन का आधार है | केवल मानव के लिए ही नहीं बल्कि जीव-जंतु और वनस्पतियों के विकास का अस्तित्व आधार है | पर्यावरण हमारे जीवन का महत्वपूर्ण साधन है जैसे हवा, पानी, भोजन उपलब्ध कराता है |
पर्यावरण प्रदुषण के कारण
विज्ञान की तकनिकी और प्रद्योगिकी के कारण देश का अधिक विकास हुआ है | वही दूसरी तरफ बढ़ते तकनिकी के कारण पर्यावरण प्रदुषण के लिए भी मानव जिम्मेदार है|
मानव द्वारा निर्मित कारखानों से निकलने वाले अवशेष पर्यावरण को दूषित कर रहा है | मीलों, कारखानों और व्यावसायिक इलाकों से निकलने वाले धुंए और विषैली गैसों ने पर्यावरण की समस्या को उत्पन्न कर दिया है|
पर्यावरण संरक्षण
उद्योगों से निकलने वाले दूषित पदार्थ और धुएं का निस्तारण सही तरीके से करें|
पर्यावरण की साफ-सफाई ध्यान दें|
ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे लगाएँ|
पेड़ों की कटाई को रोकें|
वाहनों का इस्तेमाल जरूरत के समय करें|
निष्कर्ष :
आधुनिक युग में मानव अपनी सुविधा के लिए निरंतर पर्यावरण को नुकसान पहुँचाता जा रहा है | पर्यावरण के भौतिक और रासायनिक संरचना में असंतुलन पर्यावरण प्रदुषण कहलाता है |
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