प्रस्तावना :
आधुनिक युग में मानव विकास की राह पर इतने तेजी से बढ़ रहा है की वह भविष्य के बारे में नहीं सोंच रहा है | मानव के इस विकास ने पर्यावरण को कई प्रकार से नुकसान भी पहुंचा रहा है | जिससे हमारे पर्यावरण में कई तरह की उथल-पुथल मच गई है |
जो पक्षी हमारे पर्यावरण के लिए आवश्यक हैं | पक्षियों के संख्या में निरंतर कमी आती जा रही है | पहले हमारा वातावरण बहुत ही सुनदर और स्वच्छ था | प्रकृति के चारो तरफ चिड़ियों की चहचहाने की आवाज आती थी |
आज की स्थिति इतनी गंभीर हो चुकी है, की पक्षियों को देखने के लिए चिड़ियाघर जाना पड़ता है | आज के इस युग में पक्षियों का जीवन व्यतीत करना मुश्किल हो गया है | निरंतर वनों की हो रही कटाई के कारण पक्षियों को रहने के घर और नहीं खानें के लिए कोई फल और बीज नहीं मिलने के कारण दिन-प्रतिदिन पक्षियों की वृद्धि कम होती जा रही हैं |
गर्मी के दिनों में नदियों, नालों और तालाब के सूखने के कारण पक्षियों को पिने के लिए पानी नहीं मिल पाता है | कड़ी धुप के कारण भोजन और पानी के न मिलने के कारण पक्षियां मर जाते हैं | हम सभी का कर्तव्य है की बेजुबान पक्षियों की रक्षा करें और अपने घरों के आसपास के छायादार स्थानों पर पानी रखना चाहिए |
हमें पक्षियों को बचाने का प्रयत्न करना चाहिए क्योंकि इस युग में प्रत्येक क्षेत्र का विकास हो रहा है | अनेक प्रकार के हानिकारक किरणों की वजह से पक्षियों पर बुरा प्रभाव पड़ता है | कई लोग ऐसे हैं जो फसलों को काटने के बाद अपने फसलों में आग लगा देते हैं |
जिससे भूमि की उर्वरा क्षमता भी नष्ट होती है और खेतों में उपस्थित छोटे-बड़े, तथा अंडा देनेवाले पक्षी आग की चपेट में आकर मर जाते हैं | उनका अस्तित्व ही नष्ट हो जाता है | इस प्रकार पक्षियों को अनेक समस्याओं का करना पड़ रहा है |
मानव द्वारा घरों तथा कारखानों का कूड़ा नदियों में फेंक दिया जाता है | कारखानों से निकलने वाले केमिकल के दूषित पानी को नदियों में छोड़ा जा रहा है | जिसके कारण नदियों के जहरीले पानी को पीने के बाद पक्षियों की मृत्यु हो जाती है | इसलिए हमारे कर्तव्य को याद रखना चहिए और जल को दूषित होने से रोकना चाहिए |
आकाश में उड़नें वाले पक्षी बहुत ही सुंदर दिखाई देते हैं | पक्षियों का झुंड जब शाम को अपने घर लौटती है | उस समय आसमान का नजारा देखने के लायक होता है जो हर किसी के मन को मोह लेता है | पक्षियाँ ही हमारे प्रकृति की शोभा बढाती हैं | हमें वनों की कटाई को रोकना होगा यदि ऐसा नहीं किया गया तो आने वाले भविष्य में एक भी पक्षी दिखाई नहीं देंगे |
निरंतर वनों की कटाई पक्षियों के लिए एक अभिशाप बन गई है | वृक्षों की निरंतर कटाई ने पशु, पक्षी और मानव के जीवन पर गलत प्रभाव डाल रहा है | इसलिए हमें प्रदुषण फ़ैलाने वाले चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए | गर्मी के मौसम में छतों पर पानी रखना चाहिए और हो सके अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए |