प्रस्तावना
भारत एक बहुत बड़ा देश है | इस देश में अलग अलग जाती और धर्म के लोग रहते है | देश को आज़ादी मिलने के बाद हर व्यक्ति को उसका अधिकार दिया गया है | उसको स्वतंत्र जिंदगी जीने का भी हक्क दिया गया है |
सभी लोगो को आरक्षण भी दिया गया है | आरक्षण का अर्थ होता है – सुरक्षित करना | हर किसी व्यक्ति को अपन स्थान सुरक्षित रखने की इच्छा होती है | उनको लगता है, की जिंदगी में हम सभी सुरक्षित रहे |
आरक्षण की आवश्यकता
हर व्यक्ति के जीवन में आरक्षण पाने के लिए कोई आधार की आवश्यकता है | हर किसी को आरक्षण मिलेगा तो बस में या रेल गाड़ियों में सफ़र करने के लिए बेहतर होगा | नही तो उस व्यक्ति को भीड़ में रहकर सफ़र करना पड़ेगा | किसी भी इन्सान को डॉक्टर से इलाज करना है, तो उसको कुछ पैसे देने पड़ते नही तो उसका इलाज अच्छे से नही होगा |
कायदा
भारत देश में जाती और अनुसूचित जातियों के लिए सरकारी नौकरी और शिक्षा के क्षेत्र में आरक्षण लागू किया है |
सन १९९३ में पिछले वर्गों के लिए नौकरी के क्षेत्र में आरक्षण दिया था | पिछले वर्गों को २००६ में भी शिक्षण क्षेत्र में आरक्षण लागू किया था | व्यक्ति को आरक्षण की सुविधा प्राप्त करके दी गयी है |
अनुसूचित जाती के आरक्षण
इसलिए इनकी सुरक्षा के लिए भारत सरकार ने कुछ कायदे बनाये है | कम जाती वाले लोगो को उनका अधिकार मिलना चाहिए इसलिए उनको आरक्षण दिया गया है |
आरक्षण के प्रकार
जाती के लिए आरक्षण
हर व्यक्ति का जन्म होता है तब वो अपने जतिनुसार विभक्त हो जाता है | इस देश में अलग अलग जाती के लोग रहते है | इसलिए दलित वर्गों को सुरक्षित और उनको अधिकार मिलने के लिए आरक्षण की सुविधा दी गयी है |
महिलाओं के लिए आरक्षण
इसकी वजह से सती प्रथा, बाल विवाह, दहेज़ प्रथा यह सब समस्याओं का सामना करना पड़ता था | इसलिए भारत सरकारने ने महिलाओं को भी आरक्षण दिया गया है |
शिक्षण क्षेत्र में आरक्षण
इसलिए स्त्री – पुरुष दोनों को समान अधिकार देना चाहिए | और उनको हर क्षेत्र में आरक्षण मिलना चाहिए |
निष्कर्ष
आरक्षण की हर व्यक्ति को बहुत जरुरत है | सभी लोगो को आरक्षण मिलना चाहिए | हम सभी लोगो को देश को आगे बढ़ने के लिए सहायता करनी होगी |
इसलिए सभी जाती और धर्म के लोगो को एकसाथ मिल जुलकर रहना होगा | सभी को सामान अधिकार मिलना चाहिए |