राष्ट्रिय एकता दिवस पर निबंध – पढ़े यहाँ Rashtriya Ekta Diwas Essay in Hindi

प्रस्तावना :

राष्ट्रिय एकता दिवस ३१ अक्टूबर को भारत देश की आज़ादी में अहम भूमिका निभाने वाले लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के रूप में मनाया जाता है | सरदार वल्लभ भाई पटेल यह भारत के स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होनें देश के लिए अनेक योगदान दिए हैं |

एकता दिवस की शुरुआत

भारत में पहली बार राष्ट्रिय एकता दिवस की शुरुआत सन २०१४ में नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया | भारत की गणना विश्व के सबसे बड़े देशों में से एक है |

भारत की गणना विश्व  की सबसे बड़े देशों में से एक है | भारत देश अत्यधिक जनसँख्या वाला देश है जो पुरे विश्व में दूसरे स्थान पर है | राष्ट्रिय एकता एक ऐसी ताकत है जो समाज को एक दूसरे से जोड़े रखती है और ताकतवर बनाये रखती है |

एकता का महत्व

एकता का मतलब है एक साथ मिलकर रहना, एक साथ मिलकर काम करना और एक दूसरे को समझाना | भारत  राष्ट्रिय एकता दिवस की शुरुआत सन २०१४ में की गई | भारत में १६०० से भी अधिक भाषाएँ बोली जाती है | एकता जैसे किसी भी परिवार के प्रत्येक सदस्य को एक साथ जोड़कर रखती है |

वैसे ही आज के समय में देश के हर युवा को एक होकर देश को एकता के बंधन में बंधना होगा | एकता के लिए सबसे पहले एक परिवार में एकता जगाना होगा तभी हम देश में एकता का दीप जला सकते हैं |

सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमिका

सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म ३१ अक्टूबर १८७५ को गुजरात के खेड़ा जिले में हुआ था | देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद पाँच सौ से भी अधिक देशी रियासतों का एकीकरण सबसे ब.ड़ी समस्या थी |

५ जुलाई १९४७ को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने रियासतों के प्रति स्पष्ट करते हुए कहा की रियासतों को सुरक्षा, विदेश और संचार व्यवस्था के आधार पर भारतीय संघ में शामिल किया जाएगा |

मैराथन की भी शुरुआत

राष्ट्रिय एकता दिवस की शुरुआत नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया | नरेंद्र मोदी जी ने सरदार वल्लभ भाई पटेल जी के मूर्ति पर माल्यार्पण किया और साथ ही उन्होंने ‘रन फॉर यूनिटी’ मैराथन की भी शुरुआत की थी |

देश का जड़ या आधार तभी मजबूत होता है जब उसकी एकता एवं अखंडता बनी रहती है | भारत देश वर्षों तक गुलाम रहा इसका सबसे बड़ा कारण यही था की हमारे बिच एकता की भावना नहीं थी | जिसका फायदा उठा कर दूसरे देश के लोग हमारे देशों पर राज करते थे |

निष्कर्ष :

देश का सुख, शांति, समृद्धि तभी होगी जब जब देश में लोगों के बिच एकता होगी | सरदार वल्लभ भाई पटेल को एकता का मिशाल कहा जाता है | क्योंकि उन्होंने हमेशा देश को एकजुट करने का प्रयास किया | इसलिए उनके जन्मदिन पर उन्हें याद कर श्रद्धांजलि दिया जाता है और इस दिन राष्ट्रिय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है |

Updated: जनवरी 27, 2020 — 12:42 अपराह्न

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