प्रस्तावना:
मोर यह भारत देश का बहुत ही सुंदर पक्षी हैं | इस मोर पक्षी को ‘मयूर’ भी कहा जाता हैं | मोर दिखने में बहुत आकर्षक दिखता हैं | मोर यह पक्षी हमारे भारत देश का राष्ट्रीय पक्षी हैं | यह एक बड़ा पक्षी हैं | सभी पक्षियों में से मोर का आकार सबसे बड़ा होता हैं | मोर यह पक्षी पुरे भारत देश में पाया जाता हैं |
मोर की रचना
मोर का स्वभाव बहुत शांत और शर्मिला होता हैं | मोर यह पक्षी चमकीले हरे – नीले रंग के होते हैं | इनकी उम्र १० से 25 वर्ष तक होती हैं | इनकी गर्दन नीले रंग और बहुत लम्बी होती हैं | मोर के पंख काफी लम्बे और आकर्षक होते हैं |
मोर के सर पर मुकुट की तरह एक कलगी होती हैं जो दिखने में बहुत सुंदर दिखती हैं | मोर के पंखों पर, हरे, नीले, पीले और सुनहरे रंगों के चाँद जैसे स्पॉट होते हैं |
मोर के पैर बहुत लम्बे होते हैं | इनके सर पर मुकुट की तरह कलगी होने के कारण इस मोर पक्षी को ‘पक्षियों का राजा’ कहा जाता हैं |
मोर का भोजन
मोर ज्यादातर तो खेतों और बगीचों में पाया जाता हैं | यह पक्षी किसानों का अच्छा मित्र भी होता हैं | मोर फसलों को नुकसानदायक किट – पतंगों को खाता हैं | यह सर्वाहारी होता हैं |
मोर पक्षी मुख्य रूप से चना, गेहूँ, बाजरा और मकई यह सब भी खाता हैं | मोर अनाज भी खाता हैं और सापों की शिकार भी करता हैं |
मोर की प्रजाति
मोर हमारे देश में विभिन्न जगहों पर पाए जाते हैं | जैसे की हरयाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान इत्यादि | मोर ज्यादा तो नदी और जल स्त्रोतों के पास रहना पसंद करते हैं |
यह पक्षी हमेशा इंसानों से दूर रहना पसंद करता हैं | हमेशा मोर तीन – चार मोरों के साथ में ही रहता हैं | मोर रात के समय में पेड़ों पर बैठता हैं और सुबह होते ही निचे उतर जाता हैं |
राष्ट्रीय पक्षी
मोर के सुंदरता के कारण उसे भारत सरकार ने २६ जनवरी, १९६३ को भारत के ‘राष्ट्रीय पक्षी’ के रूप में घोषित किया था | यह पक्षी दिखने में बहुत सुंदर होने के कारण जो भी इस मोर को देखता एक बार देख लेता हैं वह इसकी सुंदरता पर मोहित हो जाता हैं | कई लोग मोर की शिकार करते हैं | जिसके कारण उनकी प्रजाति नष्ट हो रही हैं |
धार्मिक महत्व
मोर इस पक्षी का हिन्दू धर्म, में सबसे ज्यादा महत्व हैं | भगवान श्रीकृष्ण के अपने सिर पर मोर के पंख को धारण किया है |
जिसके कारण वो अपना महत्व दर्शाता हैं | मोर यह पक्षी कई राजा और महाराजाओं का सबसे प्रिय पक्षी हैं | मोर यह पक्षी शिव के पुत्र कार्तिक का वाहन हैं |
निष्कर्ष:
कई सारे कवियों ने इस मोर का वर्णन अपने काव्यों के द्वारा भी किया हैं | मोर का नृत्य देश में सबसे प्रसिद्ध हैं | यह पक्षी बादलों को बहुत पसंद करता हैं | इसलिए मोर यह सभी पक्षियों में से सुंदर पक्षी हैं |