प्रस्तावना:
मोर यह हमारे देश का राष्ट्रीय और बहुत सुंदर पक्षी हैं | मोर यह पक्षी बहुत ही बड़ा और आकर्षित होता हैं | मोर सभी पक्षियों में सबसे बड़ा होता हैं | यह भारत देश के हर एक कोने में पाए जाते हैं | मोर ज्यादातर जंगलों में रहते हैं | कई लोग मोर का पालन भी करते हैं |
मोर की शरीर रचना
मोर चमकीले और हरे रंग के होते हैं | मोर की गर्दन नील रंग की और बहुत लम्बी होती हैं | इसके पंख बहुत बड़े और रंगीन होते हैं | इनके पंखों पर हरे, पीले, नील और सुनहरे रंगों के चाँद की तरह स्पॉट होते हैं |
मोर के सर पर मुकुट की तरह एक खुबसूरत कलंगी होती हैं | मोर के पैर बहुत लम्बे होते हैं इसलिए मोर को भारत का राष्ट्रीय पक्षी माना गया हैं |
मोर का भोजन
मोर खेती पर बैठने वाले किट पतंगों को खाता हैं | मोर फल, बीज, अनाज और कीड़े भी खाता हैं | इसलिए वो मनुष्य का एक अच्छा मित्र भी होता हैं |
मोर का निवास स्थान
मोर ज्यादातर बगीचों में रहता हैं और जहाँ वृक्षों के बड़े पेड़ होते हैं | वहाँ पर मोर पाया जाता हैं | मोर मैदानों और खुले जगह पर रहना पसंद करता हैं | मोर हमेशा मनुष्य से दूर रहना पसंद करता हैं |
मोर रात के समय पेड़ों पर बैठते हैं और जैसे ही सुबह हो जाती हैं वैसे निचे उतर जाते हैं | मोर यह बहुत ही शांत और शर्मीला पक्षी हैं | वो हमेशा ३ – ४ मोरों के साथ रहता हैं |
मोर की प्रजाती
मोर भारत के हर एक कोने में पाए जाते हैं | मोर देश और विदेशों में भी पाया जाता हैं | लेकिन मोर की सबसे सुंदर प्रजाति हमारे भारत देश में पायी जाती हैं | मोर की प्रजाती भारत देश के साथ – साथ उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में भी पायी जाती हैं |
बादल का आगमन
मोर का जीवन काल कम से कम १५ से 25 साल तक रहता हैं | मोर यह पक्षी बादलों को बहुत पसंद करता हैं | जैसे ही बादल का आगमन हो जाता हैं, वैसे ही मोर नृत्य करने लगता हैं | मोर नृत्य करते समय अपने पंख फैलाकर नृत्य करता हैं | मोर का नृत्य बहुत ही प्रसिद्ध हैं |
मोर का शिकार
कई लोग मोर की शिकार करने लगे थे | मोर के पंखों का उपयोग सजावट करने के लिए किया जाता था और कई सारी वस्तुए भी तैयार की जाती थी | इसलिए लोग मोर का शिकार करते थे |
मोर की शिकार करने पर प्रतिबंध लगाया गया हैं | सन १९७२ में मोरपक्षी को संरक्षण दिया गया हैं | उनके संरक्षण के लिए नेशनल पार्क भी बनाये गए हैं |
निष्कर्ष:
मोर यह सुंदर पक्षी होने के कारण इसे भारत के राष्ट्रीय पक्षी के रूप में चुना हैं | इसे २६ जनवरी १९६३ को मोर को भारत देश का राष्ट्रीय पक्षी घोषित किया गया हैं |