प्रस्तावना:
ध्वनि प्रदुषण यह अन्य प्रदुषण की समस्या में से एक प्रमुख समस्या हैं | इसका सबसे ज्यादा परिणाम मनुष्य के स्वास्थ्य पर होता हैं | ध्वनि प्रदुषण की समस्या सबसे बड़ी समस्या बन गयी हैं | ध्वनि प्रदुषण की समस्या तब निर्माण होती हैं जब पर्यावरण में आवाज का स्तर सबसे ज्यादा बढ़ जाता हैं |
ध्वनि प्रदुषण का अर्थ –
ध्वनि प्रदूषण का अर्थ होता है, ज्यादा शोर शराबे और आवाज का स्तर बढ़ने के कारण प्रदुषण की समस्या निर्माण हो जाती हैं, उसे ध्वनि प्रदुषण कहते हैं |
ध्वनि प्रदुषण के कारण –
ध्वनि प्रदुषण बहुत कारणों की वजह से उत्पन्न होता हैं | ध्वनि प्रदुषण ज्यादातर तो उद्योगों में लगी हुई बड़ी मशीनों, हॉर्न, लाउडस्पीकर इत्यादि. की वजह से होता हैं |
उद्योग धंदे
ध्वनि प्रदूषण उद्योग धंधों के कारण बहुत ज्यादा उत्पन्न हो जाता हैं | जैसे की कारखानों, लघु उद्योग और बड़े उद्योगों में बड़ी – बड़ी मशीनों का उपयोग किया जाता हैं | इनको चलाने से बहुत आवाज आता हैं | इसके कारण ध्वनि प्रदुषण की समस्या निर्माण हो जाती हैं |
लाउडस्पीकर
कई लोग घर या अन्य स्थानों पर कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं | उस कार्यक्रमों में मनुष्य लाउडस्पीकर का उपयोग करता हैं और उन लाउडस्पीकर का आवाज इतना तेज होता हैं की, मनुष्य के कान के पर्दे भी फट सकते हैं |
इसकी वजह से कई लोगों को बहरेपन का शिकार होना पड़ता हैं | कई लोग जोर से जोर से गाना बजाते हैं | इसकी वजह ध्वनि प्रदुषण होता हैं |
वाहनों का आवाज
सड़कों पर बहुत सारी छोटी – बड़ी वाहने चलती हैं | आज वाहनों की संख्या सबसे ज्यादा बढ़ गयी हैं |
कई लोग अपने वाहनों में सबसे ज्यादा आवाज वाला हॉर्न लगाते हैं और ज्यादा आवाज करने वाले वाहन को खरीदते हैं | सडको पर चलने वाले वाहनों से बहुत शोर होता हैं और ध्वनि प्रदुषण निर्माण हो जाता हैं |
ध्वनि प्रदुषण का परिणाम
ध्वनि प्रदूषण के कारण मनुष्य के स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता हैं | मनुष्य को जीवन जीने के लिए शांत वातावरण की आवश्यकता होती हैं | लेकिन अन्य वाहनों के हॉर्न की आवाज के कारण मनुष्य के अंदर चिडचिडापन निर्माण हो जाता हैं |
कई लोगों को उच्च ध्वनि में सुनने की आदत होती हैं और उन्हें बाद में बहरापन का शिकार होना पड़ता हैं | ज्यादा शोर – शराबे कारण बच्चों के पढाई में बाधा निर्माण होती हैं | उनका विकास नहीं हो पाता हैं |
ध्वनि प्रदुषण को रोकने के उपाय
मनुष्य का स्वास्थ्य स्वस्थ रहने और वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए ध्वनि प्रदुषण को रोकना बहुत जरुरी हैं |
ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए मनुष्य को शादी, त्योहार, मेला, पार्टियों और सभा में लाऊड स्पीकर का उपयोग कम करना चाहिए |
इसे रोकने के लिए रैलियों में स्पीकर का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए |
उद्योगों और कारखानों में चलने वाली मशीनों की समय – समय पर सर्विस की जानी चाहिए |
निष्कर्ष:
ध्वनि प्रदुषण यह एक बहुत बड़ी समस्या हैं | मनुष्य को ज्यादा शोर करने वाले साधनों का प्रयोग कम करना चाहिए और इसे रोकने के लिए सभी लोगों को प्रयास करना चाहिए |