समाचार पत्र पर निबंध हिंदी में – पढ़े यहाँ News Paper Essay In Hindi

प्रस्तावना :

समाचार पत्र को अखबार भी कहते है, आज हर कोई जनता है की समाचार पत्र की की अहमियत है |समाचार पत्र आज से नहीं बल्कि ये ब्रिटिश सरकार के समय से चला आ रहा है|

सर्वप्रथम समाचार पत्र का शुरुआत यूरोप में १५६६ में हुआ जो की राजनैतिक तथा (इटली और यूरोप) की जंग की निति पुरे जनता में पहुचने के लिया किया गया जब यूरोप में इसकी शुरूआत हुई|

तब यह हात से लिख कर बाटा जाता था जबकि पहला अख़बार विस्तारण जेर्मनी में ई.वी  सन  १६०९ को हुआ| और भारत में समाचार पत्र की शुरूआत  हिच्क्स बेंगल गेजेट ने सं १७८९ में ब्रिटिश सरकार के राज में की| और फ्हिर इसे बोम्बे की   हेराल्ड ने १७८९ में शुरूआत की |

संमाचार पत्र की विशेषताएं 

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 हम जानते है की मनुष्य को समाचार पत्र की आवशकता है | समाचार पत्र सम्पूर्ण विश्व में फैला हुआ है जिससे लोग भिन्न भिन्न स्थानों पर घटने वाली घटना के बारे में जानकारी लेते है|

समाचार पत्र की वजह से कई लोग कई प्रकार की जानकारी भी प्राप्त करते है जैसे की… निबंध लिखना ,नइ-नइ भर्ती, प्रतियोगिताए ,नौकरी ,व्यवसाय तथा अन्य जानकारी  मिलती है|

वर्तमान समय में बिना समाचारपत्र के कल्पना करना मुश्किल है जब संचार पत्र का उद्गम हुआ था |तब केवल समाचार से सम्बंधित सूचनाएं ही देकने को मिलती थी,

किंतु अब ऐसा नहीं है अबतो मानो की यह एक मनोरंजन का भी हिस्सा बन गया है जैसे की, सुडूको ,पहेलियां ,अंतर बताओ तथा कहानिया और खेल भी मिलते है जिससे की हमारा मनोरंजन होता है|समाचार पत्र के दुष्परिणाम 

the daily newspaper vector

अख्सर हमें ये देकने को भी मिलता है यहाँ कुछ होगया तो वहा कुछ किंतु कुछ तो कभी कभी अफ्ह्वा भी रहती है ,जो की पत्रकार लो घुस लेकर गलत अफ्ह्वा फैला देते है |

 हम ने देखा है की आज के युवा पीडी भी इसमें दिए गये अख़बार में  विज्ञापन के चपेट में आके रोजगार खोजने घर से निकल जाते है, किंतु उनके हाथ कुछ नही लगता और उन्हें फिजूल में ही परेशां करते है |

अर्थात जो लो इसके प्रति जागरूक रहते है, वो कभी इस प्रकार के अफ्ह्वा बारे में जादा नहीं सोचते है |

निष्कर्ष :

 आज के वर्तमान समय में स्मार्ट फ़ोन ,टी .व्ही आने के कारण कोई भी समाचारपत्र नहीं पड़ता है ,जिससे की लोगो के आखो पर इसका बहुत ही बुरा पराभव पड़ता है |

और यह बहुत ही गलत बात है की हम अपने प्राचीनता से धीरे धीरे वंचित हो रहे है | इसलिए हमें नियमित रूप से अखबार पढना चाहिये और यह बहुत ही अच्छी बात है ,इससे नहीं कुछ तो हमें जानकारी के साथ हमारी पढने की तीव्रता में वृद्धि होती है|

 हमें और हमारे बच्चो को प्रतिदिन समाचार पत्र पढने से उनमे ज्ञान का संचय होता है, और उनका विकास कौसल में बढ़ोत्तरी होती है | अतः हमारे जीवन में यह बहुत ही महत्वपूर्ण है जिससे की हम देश विदेश में हो रहे क्रियाकलाप के द्वारा जागृत रह सके| हमें सदैव जानकारियों से परिपूर्ण रहना चाहिये |

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