प्रस्तावना:
हमारा भारत देश यह एक बहुत विशाल देश हैं | इस देश में अलग – अलग जाती और धर्म के लोग रहते हैं | इस देश में विभिन्न भाषाएँ बोली जाती हैं | लेकिन हर एक देश की अपनी – अपनी राष्ट्रभाषा होती हैं |
मनुष्य भाषा के द्वारा अपने विचारों को आदान – प्रदान करता हैं | मनुष्य को अपनी बात बोलने के लिए और दूसरों की बात समझने के लिए भाषा यह एक समर्थ साधन हैं | इसलिए हमारे देश की राष्ट्रभाषा यह हिंदी हैं |
हिन्दी भाषा की विशेषता
हिन्दी भाषा को संस्कृत की बड़ी बेटी मानी जाती है | हिंदी भाषा का मुख्य विशेषता यह हैं की, यह भाषा लिखने और पढने में बहुत सरल हैं पुरे विश्व के किसी भी देश का व्यक्ति कुछ ही समय में इस भाषा को लिखना और पढ़ना सीख सकता हैं |
इस भाषा में जैसा लिखा जाता है वैसा ही बोला जाता हैं | इस भाषा की सबसे बड़ी विशेषता यह हैं की, संसार की सभी भाषाओँ के शब्द इस भाषा में घुलमिल जाते हैं |
राष्ट्रभाषा का दर्जा
हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने कहा था कि, अगर हम भारत को एक अच्छा राष्ट्र बनान चाहते हैं, तो इस देश की राष्ट्रभाषा हिंदी होनी चाहिए | किसी भी देश की असली पहचान उस देश की राष्ट्रभाषा और संस्कृति से होती हैं |
देश की राष्ट्रभाषा वह भाषा होती हैं, जो जिसका उपयोग किसी देश में राज्य कारभार चलाने के लिए किया जाता हैं | इस हिंदी भाषा को १४ सितम्बर, १९४९ का गौरव किया गया और हमारे देश के भारतीय संविधान में इस भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया हैं |
हिंदी दिवस
पुरे देश १४ सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता हैं | यह दिवस स्कूल और कॉलेज में बड़े उत्साह से मनाया जाता हैं | इस दिन कई सारे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं | हिंदी दिवस के अवसर पर स्कूल औए कॉलेज में निबंध लेखन, वाद – विवाद, भाषण, विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं |
इस भाषा को विश्व की ज्यादा बोलने वाली भाषा बनाई गयी हैं | यह भाषा सर्वगुण संपन्न हैं | इस भाषा का साहित्य सबसे बड़ा हैं | इस हिंदी भाषा के सबसे बड़े लेखक मुंशी प्रेमचंद को माना जाता हैं |
निष्कर्ष:
इस देश में रहने वाले हर एक नागरिक का कर्तव्य हैं की, सभी को भारत की भाषाओँ पर बाल देना चाहिए और हिंदी भाषा का विकास करना चाहिए | हिंदी भाषा का विकास करके सभी भाषाओँ को जोड़ने का प्रयास करना चाहिए | सभी लोगों को हमरे देश की राष्ट्रभाषा का सम्मान करना चाहिए |