प्रस्तावना:
माननीय नरेंद्र मोदी जी वर्तमान में भारत देश के प्रधानमंत्री हैं, जो इसके पूर्व में गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके थे| नरेंद्र मोदी जी का जन्म स्थान गुजरात के मेहसाना नामक जिले के वडनगर ग्राम में हुआ था|
नरेंद्र मोदी जी के पिता का नाम दामोदरदास मोदी तथा माता का नाम श्रीमती हीराबेन मोदी , नरेंद्र मोदी जी में बचपन से उचित सूझबूझ तथा कुशलता देखी गई थी|
नरेंद्र मोदी जी का बचपन
किंतु नरेंद्र मोदी जी का जीवन कुछ और ही बयान कर रही थी, नरेंद्र मोदी जी का जन्म एक मध्यवर्गीय परिवार में हुआ था|
वे अपनी 12 साल की उम्र से ही समाज सेवा के कार्य में जुट गए हालांकि उन्हें कई लोगों ने समझाया कि, यह समाज सेवा वही तक करो जहां तक ठीक लगता है, किंतु मोदी जी का देश के प्रति प्रेम असीम था|
नरेंद्र मोदी जी का राजनीतिक जीवन
मोदी जी के राजनीतिक जीवन में परिवर्तन होना तब प्रारंभ हुआ, जब नरेंद्र मोदी जी ने युवावस्था में छात्र संगठन नामक अखिल भारतीय परिषद में सम्मिलित होने का निर्णयकर लिए नरेंद्र मोदी जी बचपन से ही भ्रष्टाचार के विरोध में थे |
नरेंद्र मोदी जी 1958 में निस्वार्थ हकर समाज के कठिन परिस्थितियों में उनका पारी पूर्ण रूप से सहयोग किया| जोकि 1967 में गुजरात में बाढ़ पीड़ित लोगों की सेवा करते देख मोदी जी का सेवा भाव समझ में आने लगी|
नरेंद्र मोदी जी का प्रधानमंत्री रूप
अतः उन्हें उन्होंने देश के प्रति निष्ठा पूर्वक कार्य करने को ही अपना मुद्दा बना लिया| उनके ऐसी मेहनत और लगन को देखकर भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें लोकसभा के चुनाव में उम्मीदवार खड़ा किया मोदी जी के इन्ही अच्छे गुण को देखकर जनता ने उन्हें कुल282 सीटों से विजय प्राप्त कराई |
नरेंद्र मोदी जी ने सत्ता में आने के बाद समाज सेवा हेतु विभिन्न कार्य किए जैसे स्वच्छता अभियान, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री ज्योति जीवन बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि योजनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जनता के हेतु जारी किए जिससे उन्हें उनका उचित लाभ प्राप्त हो सकें |
निष्कर्ष:
हम सभी ने देखा है, की नेता तो बहुत लोग बनते हैं किंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा नेता आज तक नहीं देखा गया जबकि एक पक्ष को ना देख कर जनता के हित में फैसला सुनाते हैं|
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी से हमें यह सीखना चाहिए की हमारे जीवन में कभी भी कितनी भी कठिनाइया क्यों ना आजाये , किंतु हमें उसका डटकर सामना करना चाहिए|