कबड्डी पर निबंध – पढ़े यहाँ Kabaddi In Hindi Essay

प्रस्तावना :

कबड्डी भारत में खेले जाने वाला खेल है | यह एकऐसा खेल है जिसे खेलने के लिए अन्य खेलों की तरह किसी भी प्रकार के वस्तु की आवश्यकता नहीं होती है | कबड्डी के लिए ना ही तो किसी खास जगहों की आवश्यकता होती है | यह कम जगहों में भी खेली जाती है | कबड्डी का खेल अब भारत में प्रसिद्द खेल बन चूका है | कबड्डी का यह खेल गाँव के लोगों का सबसे लोकप्रिय खेल है | क्योंकि कबड्डी को गाँव के लोग सबसे अधिक खेलते हैं |

बुद्धिमत्ता और ताकत से खेला जाता है 

कबड्डी का यह खेल बहुत ही सस्ता और लाभप्रद खेल है | यह खेल बुद्धिमत्ता और ताकत दोनों से खेला जाता है | कबड्डी बांग्लादेश का राष्ट्रिय खेल है |

कबड्डी के इस खेल को दक्षिण भारत में चेडू-गुडु और पूर्वी भारत में हु तू तू के नाम से जाना जाता है | कबड्डी के खेल में मैदान के बीचो बीच एक लाइन खींचकर मैदान को दो भागो में बाँट दिया जाता है जिसे पाला कहा जाता है |

खिलाडियों की संख्या 

इस खेल में दो टीम भाग लेती है | प्रत्येक टीम में खिलाडियों की संख्या १२ होती है जिसमें से खेल में ७-७ खिलाडी भाग लेते हैं | अतिरिक्त ५ खिलाडी पास ही बैठे रहते हैं | जिन्हें खेल के दौरान बदलाव कर टीम के भीतर लिया जाता है |

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एक टीम का सदस्य दूसरे पाले में जाता है | और वहां के किसी भी खिलाडी को छूकर उसे वापिस आना होता है यदि वह ऐसा करता है तो उसे पॉइंट या बिंदु मिलते हैं | और जिस खिलाडी को छूते हैं तो वह आउट हो जाता है |

खेल के नियम 

यदि दूसरी टीम के खिलाडी उसे उसके पीला में जानें से रोक लेता है तो वह आउट हो जाता है | और दूसरी टीम को पॉइंट मील जाता है | जैसे-जैसे पॉइंट बढ़ता है उस टीम के आउट हुए खिलाडी वापिस आते रहते हैं | कबड्डी का खेल स्वास्थ्य के लिए भी बहुत ही अच्छा खेल है | यह खेल व्यक्ति को चुस्त और चालाक रखता है | कबड्डी एक सस्ता और स्वास्थ्य वर्धक खेल है |

कबड्डी के खेल हर किसी का प्रिय खेल होता है | यदि एक खिलाडी दूसरे पीला में जाता हैं | तो उस खिलाडी जब तक दूसरे पीला के रेखा को छूते या पार करते हुए वापस नहीं आता तब तक उसे कबड्डी-कबड्डी बोलते रहना पड़ेगा | दूसरे टीम के लोग उसे पकड़ने की कोशिश करेंगे, इसलिए खिलाडी को उनसे दुरी भी बनानी चाहिए |

निष्कर्ष :

यदि दूसरी टीम खिलाडी को पकड़ लेती है | फिर भी खिलाडी को कबड्डी-कबड्डी बोलना नहीं छोड़ना चाहिए क्योंकि यदि खिलाडी कबड्डी-कबड्डी बोलना छोड़ देता है | तो उस खिलाडी को खेल से बाहर निकाल दिया जाता है |

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Updated: January 24, 2020 — 12:14 pm

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