प्रस्तावना :
समाज में नारी को एक देवी समान माना जाता है | पुराने जमाने में नारी को विशेष स्थान रहा है | प्राचीन समय में नारी का सम्मान किया जाता था | सीता, सती – सावित्री, अनुसया और गायत्री जैसे भारतीय नारियो ने अपना मुख्य स्थान प्राप्त करके दिखाया है |
नारी की उपस्थिति हर कार्य में महत्वपूर्ण समझी जाती थी | लेकिन देश पर हुए आक्रमणों के कारण भारतीय नारी का महत्त्व कम होने लगा | समाज में नारी के अवस्था में बदल होने लगे | भारतीय नारी का समाज में दर्जा कम होने लगा |
अंग्रेज सरकार के कारण भारतीय नारी की दशा बदलने लगी | समाज में नारी का अपमान किया जाता था | उसका दर्जा कम होने लगा इसलिए नारी का हर दिन तिरस्कार करने लगे थे |
मुश्किलों का सामना
प्राचीन काल में नारी को बहुत सारे मुश्किलों का सामना करना पड़ता था | देश स्वतंत्र होने से पहिले हर एक स्त्री को गुलामगिरी का जीवन जीने पड़ता था | समाज में अनेक प्रथा रूढ़ थी |
इसलिए नारी को बाल विवाह, सती प्रथा और दहेज़ इ प्रथाओ को सामना करना पड़ता था | समाज में हर एक पुरुष को उत्तम दर्जा दिया जाता था |
महान नारीय
इस देश में अंग्रजों के सरकार में राणी लक्ष्मीबाई, चाँद बीबी जैसी नारियों ने सभी परंपराओं के साथ अपना नाम इतिहास के पन्नो में अजरामर कर दिया है |
अपने देश के लिए उन्होंने बहुत बड़ा महान कार्य किया है | भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय महान नारियों ने अपना योगदान दिया है |
आज का बदलता युग
लेकिन आज का युग परिवर्तन का युग माना जाता है | आज के युग में बहुत सारे बदलाव होने लगे है | स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद हर भारतीय नारी का उसका स्थान दिया गया है |
उसके अधिकार दिए गए है | आज इस युग में हर एक भारतीय नारी पुरुषों के साथ कंधे सेकंधा मिलाकर चलती है | भारतीय नारी को समाज और देश में भी उच्च दर्जा मिल गया है |
आज की नारी घर से बाहर कदम रखकर हर एक क्षेत्र में कार्य करने लगी है | चार दीवारों से बाहर निकलकर अपने अधिकारों प्राप्त करने के लिए सज्ज हो रही है |
भारतीय नारी के जीवन में परिवर्तन
आज की नारी अपने प्राचीन काल को भूलकर अपने जीवन में आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है | हर बहर्तीय नारी के जीवन में परिवर्तन होने लगा है | आज के युग में भारतीय नारी का जीवन, राहणी मान, वेशभूषा इ चीजों में बदल होने लगा है |
नारी को शक्ति का प्रतिक माना जाता है | आज की नारी अपने जीवन को सफलता पूर्वक बनाने के लिए खुद फैसले ले रही है |
निष्कर्ष :
हम सभी लोगो को हर एक भारतीय नारी का सम्मान करना चाहिए | समाज में नारी को उसका स्थान देना चाहिए |
हमारे भारतीय संस्कृति में नारी को लक्ष्मी, देवी और दुर्गा के रूप में देखा जाता है और उनका आदर किया जाता है |