प्रस्तावना:
जल के बिना मनुष्य का जीवन जीना बहुत संभव हैं | जैसे मनुष्य को जीवन जीने के लिए खाने की आवश्यकता होती हैं वैसे ही जीवन में जल की भी बहुत जरुरत होती हैं |
इस धरती पर मनुष्य को अपना जीवन जीने के लिए बहुत सारी चीजे उपलब्ध हैं | जल मनुष्य के साथ – साथ वातावरण को भी स्वच्छ रखता हैं |
जल हर एक सजीव के लिए आवश्यक हैं | जैसे की मनुष्य, पेड़ – पौधे, पशु पक्षी, जानवर इत्यादि. सभी के लिए जल बहुत जरुरी हैं |
जल के स्त्रोत
मनुष्य को जल अन्य प्रकार के जल के स्त्रोतों से प्राप्त होता हैं | जैसे की नदी, नाले, समुंद्र, तालाब, कुआँ, नहर इत्यादि. जल के स्त्रोतों से जल मिल जाता हैं |
लेकिन इस धरती पर २% जल पिने के योग्य हैं | मनुष्य का पूरा जीवन इस जल के ऊपर निर्धारित हैं |
जल के प्रकार
समुंद्र का जल खारा होता हैं | उसका उपयोग दैनंदिन जीवन में नही किया जाता हैं | वो जल पिने लायक नही होता हैं |
जल का महत्व
जल का एक-एक बूंद जीवन में बहुत उपयुक्त हैं | जल यह एक जीवनदायिनी हैं | जिसके स्पर्श से बीमार व्यक्ति उठकर खड़ा हो जाता हैं और उसे नया जीवनदान मिल जाता हैं |
जल के बिना किसी भी व्यक्ति के जीवन की कल्पना नही की जा सकती हैं | जल यह प्रकृति के द्वारा मिला हुआ एक उपहार हैं | जिसका हमें सम्मान और उसे बर्बाद नही करना चाहिए | जल हर एक चीज में काम आता हैं |
जैसे की कपडा और बर्तन धोने के लिए, साफ सफाई करने के लिए, खाना बनाने के लिए, नहाने के लिए ऐसे अन्य सारी चीजों के लिए काम आता हैं | इसलिए मनुष्य को उसे बर्बाद नही करना चाहिए और उसके महत्व को समझना चाहिए |
जल की बचत
उसे बर्बाद नहीं करना चाहिए | पानी का उपयोग कम से कम करना चाहिए | नल को बिना व्यर्थ चलते ही नहीं देना हैं | गर्मी के समय में जल की सबसे ज्यादा जरूरत होती हैं |
निष्कर्ष:
जल का उपयोग प्यास बुझाने के लिए ही नहीं होता हैं, बल्कि अन्य सारे कार्यों में भी किया जाता हैं | इसलिए जल के महत्व को समझकर उसे बचाना बहुत जरुरी हैं |
जीवन में जल के एक-एक बूंद की आवश्यकता होती हैं | यदि हम जल की बचत करके रखेंगे तो हमारा भविष्य भी सुरक्षित रहेगा | इसलिए ‘जल ही जीवन’ हैं |