प्रस्तावना:
नदी यह प्रकृति का एक अभिन्न अंग हैं | हम सभी के जीवन में नदियों का बहुत महत्व हैं | यह हमारे जीवन के लिए बहुत उपयोगी होती हैं | इस धरती पर नदियों का विशेष स्थान हैं | सभी नदियाँ हमारी ‘जीवनदायिनी’ होती हैं |
हर एक नदी वर्षा का जल एकत्रित करके उसे भू – भाग में पहुचाने का कार्य करती हैं | नदी यह एक प्राकृतिक संसाधन हैं | वो हम सभी के लिए स्वच्छ जल उपलब्ध करवाती हैं |
नदी का उद्यम
जिस जगह से नदी की धारा बहती हैं उसे ‘नदी घाटी’ कहा जाता हैं | नदी का जिस स्थान पर जन्म होता हैं उसे ‘उद्यम’ कहते हैं | यह नदी सर – सर आवाज के साथ बहती हैं |
पहाड़ों पर जमे हुए बर्फ पर सूर्य की किरणें पड़ने के कारण नदी निर्माण होती हैं | यह कभी झरनों, तो कभी नहरों, तो कभी नदी के रूप में बहती हैं |
नदी अन्य चट्टानों से टकराकर अपना रूप धारण करती हैं | बहुत सारी नदियों को संगम होने पर सागर बनता हैं |
नदी के नाम
सरिता, प्रवाहिनी, तरंगिनी इत्यादि नदी के नाम हैं |
सरिता
यह नदी सर – सर आवाज करके एक स्थान से दुसरे स्थान तक बहती हैं जिसके कारण उसे सरिता कहा जाता हैं |
प्रवाहिनी
यह बहुत तेज प्रवाह से बहती हैं इसी कारण की वजह से उसे प्रवाहिनी कहा जाता हैं |
हर एक नदी ऊंचाई से निचाई की ओर बहती हैं | नदियों के छोटे – छोटे रूप को ‘नहर’ कहते हैं |
नदी के प्रकार
नदी के दो प्रकार होते हैं – बरसाती और सदानीर |
सदानीर नदी
सदानीर नदी वह होती हैं, जिनमें हमेशा पानी रहता हैं | इनके मुख्य स्त्रोत झील, नहरे, तालाब इत्यादि |
बरसाती नदी
बरसाती नदी वह होती हैं जो केवल बरसात के मौसम में भरी होती हैं और यह नदी मुख्य रूप से वर्षा पर निर्भर करती हैं |
नदी की विशेषता
नदी का यह स्वभाव होता हैं जो हमेशा आगे बढ़ता रहना | इसलिए वो सदैव् निरंतर बहती रहती हैं | नदियों के तट पर सभी सभ्यताओं का जन्म हुआ हैं |
बहुत सारी नदियों का वर्णन पुराणों में भी किया हैं | नदियों के कारण बहुत से स्थान आज तीर्थ स्थल के रूप में जाने और पूजे जाते हैं |
नदी का महत्व
इस नदियों में से बहुत सारी मछलियाँ, वनस्पति और मगरमच्छ इत्यादि रहती हैं | नदियों के जल से बिजली का निर्माण किया जाता हैं |
निष्कर्ष:
नदी यह जल का मुख्य स्त्रोत हैं | लेकिन आज के समय में लोग नदियों को दूषित कर रहे हैं | लोग उसमे कूड़ा – कचरा फेकने लगे हैं |
हम सभी लोगों को प्रकृति के इस उपहार को सुरक्षित रखना चाहिए | हम सभी को मिलकर नदियों की साफ – सफाई करनी चाहिए और उन्हें दूषित नहीं करना चाहिए |