प्रस्तावना:
आज हमें और हमारे देश को शिक्षा की बोहोत ज्यादा जरुरत हे. क्युकी हमारा देश एक कामियाबी पर हे और सब से आगे हे हर क्षेत्र में.
अगर शिक्षा न हो तो.
अगर शिक्षण ना हो तो, हमारा देश और हमारी आगे की, आनेवाली पीढ़ी कभी बी आगे नहीं बढ़ पायेगी. आज अमेरिका, जापान, चीन जैसे देशो में हमारे चीजे चलती हे, वो देश कितनी बार गिरकर उठ खड़े हुए हे, कितनी बार सुनामी, भूकंप जैसे संकटो को सामना करके फिरसे अपने प्रगत विचारोंसे आगे बड़े हे.
अगर उनके देश में भी अनपढ़ होते कोई शिक्षा को बढ़ावा नहीं देता, तो आज वह कोई फिरसे अपना देश नहीं खड़ा कर पता.
आज नयी नयी टेक्नोलॉजी का हमेशा कोई नया रूप हमें देखने मिलता हे, हर एक देश अपने देश पे नयी क्रांति लाना चाहता हे, और वो सब करते भी हे. अगर वो इतना सारा शिक्षण नहीं लेते तो आगे नहीं बढ़ पते.
पढ़ना लिखना क्यों जरुरी हे.
आज हमारे यहाँ शिक्षा हे, पहले के ज़माने में ऐसा नहीं था. तब शिक्षा सिर्फ ऊँची जात में मिलती थी, और गरीब के बच्चे पढाई नहीं कर पते थे. लेकिन आज कल के माँ बाप हमेशा यही सपना देखते हे की, जो हमे नहीं मिला वो हमारे बच्चे पढ़ लिखकर करे और ज़िंदगी में आगे बड़े.
हमारा नसीब अच्छा हे की, हमारे माता पिता ने हमें खुद अनपढ़ होने के बावजूद भी हमें बड़ी मेहनत करके हमें पढ़ाया लिखाया. आज हमारे देश को विकास की जरुरत हे. ताकि हम अपना देश और आगे ले जा सके.
हमें क्या बनना हे
हमेशा स्कूल से हम लोग देखते आ रहे, हर कोई हमें पूछता हे आप बड़े होक क्या बनोगे, कोई कहता में डॉक्टर बनूँगा, कोई कहता हे इंजीनियर बनेगा, कोई टीचर बनाना चाहता. लेकिन इसके लिए उसी तरह की पढाई भी करना जरुरी होता हे.
आज कल हमारा शिक्षण समाज इतना आगे बढ़ा हे की नए नए शिक्षण उपलब्ध हो रहे हे, जिसकी वजह से बोहोत सारी कपोटिशन्स हो रही हे. पहले ३५% पास चल जाता था. लेकिन अब ९०% या ९९% जरुरी हुआ हे. कम मार्क्स मिले तो अपनी पसंद की शिक्षा हम ले नहीं पाते.
साक्षरता और हमारा देश
आज हमारे देश में साक्षरता अभियान चलाये जा रहे हे. गांव तक यह सुविधा पोह्चयी जा रही हे. और बोहोत से ऐसे गांव हे जहा हमारे ऐसे अभियान पोहच रहे हे. बोहोत सारी संस्थाएं इसमें सहभाग ले रही हे. गांव के बूढ़े बच्चे भी शिक्षा ले सके इसलिए, दिन भर वो अपने कामो में पढाई नहीं कर सकते, इसलिए रात के स्कूल में पढाई करते हे.
हमरा देश अब सुशिक्षित कहलाता हे, लेकिन आज भी कही ऐसे समाज हे कई ऐसे घर हे जो चाहकर भी पढाई नहीं कर पाते सिर्फ पैसे की मज़बूरी हे इसलिए।
अशिक्षित बच्चे
पैसे की वजह से और माँ बाप लाचार होने की वजह ही कुछ बच्चे स्टेशन, सिग्नल पे चोरी, भिक मांगते हुए हम देख़ते हे. अभी तक हमारा देश पूरी तरह विकसित नहीं हुआ शिक्षा के मामले में.
निष्कर्ष:
आओ सब पढ़ लिखकर अपने देश को और आगे बढ़ाये.