बाघ पर निबंध – पढ़े यहाँ Hindi Essay on Tiger

प्रस्तावना :

बाघ भारत का राष्ट्रीय पशु है, यह देश की प्रतिनिधियों में से एक है | बाघ ताकतवर और फुर्तीला होता है | बाघ जंगल और दलदली क्षेत्र में घासवाले मैदानों के पास रहना पसंद करते हैं इसका शरीर बहुत ही मजबूत होता है |

बाघ शब्द संस्कृत के व्याघ्र का लिया हुआ रूप है | यह अपनी शाही दिखावट के कारण राष्ट्रिय पशु घोषित किया गया है क्योंकि बाघ बहुत ही ताकतवर है जो अपने आकर्षण, शक्ति और चालाकी के कारण बहुत प्रसिद्द है |

शरीर का प्रकार 

बाघ के शरीर का रंग अलग-अलग काली धारियों के साथ नारंगी, सफ़ेद, पीला और हल्का भूरा रंग का होता है | यह ऊपरी तौर पर अलग हो सकते हैं लेकिन उसके पेट के निचे वाला भाग केवल सफ़ेद रंग का होता है |

बाघ के सर पर काली धारियां होती हैं बाघ की चार पैर तथा पूंछ लम्बी होती है | इसके दांत बड़े एवं पैनें होते हैं  बाघ के पंजो में नुकीले नाख़ून होते हैं | बाघ लगभग आठ से दस फुट लंबा और ऊंचाई से तीन से चार फ़ीट का होता है |

विशेषताएँ

बाघबिल्ली की प्रजाति का होता है, यह एक मांसाहारी जानवर होता है | बाघ भारत, इंडोनेशिया और बहुत से देशों में तथा यह एशिया के सभी जंगलों में  पाया जाता है |

बाघ चिड़ियाघरों में भी देखने के लिए मिलते हैं | इनका शरीर धारीदार होने के कारण यह आसानी से अपने आप को झाड़ियों में छिपा लेते हैं | बाघ के बढ़ते हुए शिकार को बचाने के लिए भारत सरकार द्वारा सन १९७३ में  ने ३८ टाइगर रिजर्व क्षेत्र घोषित करते हुए इन्हें संरक्षण प्रदान किया है |

आयु

बाघ की औसतन आयु १९ साल की होती है, नर बाघ का वजन लगभग ३०० किलो होता है | और मादा बाघ का वजन २२० किलो का होता है |

मादा बाघ की गर्भवस्था ११०-११५ दिन का होता है यह एक साथ में २-६ बच्चों को जन्म देती है |बाघ एक स्तनधारी प्राणी है यह सबसे ताकतवर होता है |बाघ को जंगल का राजा कहा जाता है, यह शांत दिखता है लेकिन बहुत चालाक जानवर होता है और दूर से ही अपना शिकार पकड़  लेता है |

बाघों की संख्या 

विश्व भर की बाघों की आबादी में ७०% बाघ भारत के जंगल में पाया जाता है | भारत के सभी क्षेत्रों में कुल २५०० वयस्क और उप-प्रौढ़ बाघों की संख्या है |

भारत, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार, श्रीलंका तथा भारतीय उपमहाद्वीप के अलग-अलग हिस्सों में पाया जाता है | भारत में यह उत्तर-पूर्वी क्षेत्रों को छोड़कर देश के सभी जंगलों में पाया जाता है | जैसे पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, आंध्र-प्रदेश, कर्नाटक तथा ओडिसा के जंगल में पाया जाता है |

निष्कर्ष :

बाघ हमारा राष्ट्रीय पशु और देश की शान है | समय के साथ बाघों की संख्या काम हो गई है यह सब उनके रहने के वातावरण में छेड़छाड़ के कारण हुआ है | यदि इसी तरह से होता रहा तो हम अपने राष्ट्रिय पशु को खो देंगे इसलिए बाघों को सुरक्षित कर उनके जीवन को संरक्षित करने की आवश्यकता है |

Updated: नवम्बर 16, 2019 — 9:46 पूर्वाह्न

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