प्रदुषण का महत्व हमारे आस-पास के प्राकृतिक पर्यावरण के प्रदूषित होने से हमारे आस-पास के प्राकृतिक संसाधन हमारे जीवन को आसान बनाता है | प्रदुषण प्रतिदिन हमारे पर्यावरण और मानव जीवन को भी नष्ट करता जा रहा है | प्रदुषण की समस्या आज मानव समाज के सामने खड़ी सबसे गंभीर समस्याओं में से एक है |
प्रदुषण आज की दुनिया का गंभीर समस्या बन गया है, जब तक मानव प्रकृति के साथ छेड़छाड़ नहीं करता है | तबतक उसका जीवन सभ्य और सहज बना रहता है, परंतु विज्ञान के युग में मानव को जहाँ पर कुछ वरदान मिला है, वहीँ अभिशाप भी मिला है |
प्रस्तावना :
प्रदूषक, प्रदुषण का ऐसा तत्व है, जो मानवीय गतिविधियों से पैदा होता है | प्राकृतिक संसाधन जैसे कि जल, भूमि और वायु को दूषित क्र देता है |
इसके रासायनिक प्रकृति, लम्बे समय तक बनें रहनें की क्षमता तथा प्रदूषक प्रवृत्ति के कारण यह प्रदूषक हमारे पर्यावरण पर सालों तक नकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करते हैं | प्रदूषक जहरीले गैस, उर्वरक, शोर-शराबा के साथ ही रासायनिक तथा कचरे से उत्पन्न होता है |
प्रदुषण के प्रभाव 
प्रदुषण मानव को हर तरफ से प्रभावित करता है, फिर चाहे शारीरिक हो सामाजिक हो या मानसिक हो |
प्रदुषण का बढ़ता हुआ प्रभाव सिर्फ मानव को ही नहीं बल्कि पृथ्वी पर मौजूद हर जीव के लिए बहुत ही घातक है, इसी प्रकार बढ़ते प्रदुषण स्तर नें ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु जैसे पर्यावरणीय समस्याओं को जन्म दिया है | वायु, जल और भूमि प्रदुषण सबसे भयानक प्रदुषण है, जो मनुष्य के स्वास्थ्य को प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है |
प्रदुषण के प्रकार
प्रदुषण को प्रदूषित किये जाने वाले प्राकृतिक संसाधनों के आधार पर तीन भागो में बाँटा गया है | वायु प्रदुषण, जल प्रदुषण, ध्वनी प्रदुषण जैसे अन्य कई तरह के प्रदुषण हैं जो हमारे गृह और इसके जैव विविधता के लिए हानिकारक है |
प्रदुषण का रोकथाम 
शहर तथा गाँव में बढ़ते प्रदुषण को लोगो में जागरूकता लाकर ही इसे रिका जा सकता है | प्रदुषण को रोकनें के लिए हमें महत्वपूर्ण कदम उठानें की आवश्यकता है, जैसे वाहन का उपयोग कम करना, जितना हो सके उतना पेड़-पौधे लगाना, रशायन और कीटनाशक का कम उपयोग करना आदि तरह-तरह के अन्य कई उपाय है प्रदुषण रोकनें के लिए |
हमें यह करनें से प्रदुषण के बढ़ते स्तर को कम किया जा सकता है, तथा इसके अलावा प्रदुषण के इस समस्या को देखते हुए सरकार को भी प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगानें की आवश्यकता है |
प्रदुषण के कारण 
पर्यावरण प्रदुषण के अन्य कई कारण हैं, जैसे लगातार पेड़ों को काटा जा रहा है | जिसके कारण पर्यावरण में जहरीली गैस बढ़ती जा रही है | क्योंकि पेड़ में मौजूद कार्बन डाइआऑक्साइड का दिन-प्रतिदिन अवशोषण किया जा रहा है |
औद्योगीकरण और यातायात भी तेजी से बढ़ रही है, जिससे कई तरह के हानिकारक गैसों का उत्सर्जन हो रहा है |
निष्कर्ष :
हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए ताजा हवा, स्वच्छ भोजन और शुद्ध पानी की आवश्यकता होती है | परंतु बढ़ते प्रदुषण के कारण पर्यावरण हमारे लिए मुश्किल होती जा रही है |
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