आधुनिक नारी

नारी शक्ति पर निबंध – पढ़े यहाँ Hindi Essay in Nari Shakti

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By hindiscreen

प्रस्तावना :

भारतीय संस्कृत में प्राचीन काल से नारी का सम्मान दिया जाता है | क्योंकि नारी देवी स्वरुप होती है, नारी की शक्ति देखा जाए तो झाँसी की रानी, इंदिरा गाँधी, मदर टेरेसा, सरोजिनी नायडू, कल्पना चावला, लता मंगेशकर, किरण देसाई जैसे न जानें कितनी महिलायें अपनें देश का नाम रोशन की हैं | नारी बहुत ही शक्तिशाली होती हैं |

नारी शक्ति सबसे महान है | नारी समाज की एक महत्वपूर्ण अंग हैं, नारी के बिना समाज की कल्पना नहीं किया जा सकता है | आधुनिक युग में नारी अपनें जीवन से जुड़े हुए निर्णय स्वंय लेने लगी हैं | आज भी नारी कोमल और मधुर ही है, लेकिन उसनें अपनें अंदर की नारी शक्ति को जागृत किया है |परंतु आज भी नारी सुरक्षित नहीं है |

नारी के गुण  भारतीय नारी

नारी स्वभाव से बहुत ही अच्छी होती है | नारी के बिना पुरे ब्रह्मांड की रचनात्मक शक्ति होती है उनके बिना जीवन का कल्पना नहीं किया जा सकता है | नारी बचपन के मिले संस्कारों पर चलती हैं | वह अंदर से गुणों से भरी होती हैं, और उनके अंदर सहनशीलता भी होती है | नारी सब-कुछ सहन करती है, फिर भी नारी को बोझ समझा जाता है |

नारी माँ के रूप में बच्चों की मनोचिकित्सक, डॉक्टर, नौकरानी और विश्वासपात्र की भूमिका निभाती हैं | हर सफल आदमीं के पीछे एक औरत, एक माँ और एक बेटी का साथ उनके सफलता के पीछे छुपा होता है | लगातार काम करती है फिर भी थकती नहीं है |

प्राचीन काल की नारी और वर्तमान काल की नारी आज की नारी

प्राचीन काल में बहुत सी नारी जन्म लिया है, नारी अपने आप को कमजोर न समझते हुए साहसपूर्वक डटकर सामना की है | पहले नारी की स्थिति कमजोर थी, क्योंकि नारी संबधित कई प्रथाएँ थी जिसे पर्दा, प्रथा, नारी शिक्षा पर जोर ना देना और नारी को सिर्फ घर गृहस्ती के काम करनें के लिए समझना तथा समाज में कोई भी महत्वपूर्ण स्थान नहीं होना और अपने आप का निर्णय लेने का अधिकार नहीं होना जैसे बदलते समय के साथ बदल गई है |

वर्तमान काल की नारी को देखा जाए तो पुरुष के हर एक क्षेत्र में भाग लेती हैं | प्रधानमंत्री, डॉक्टर, पुलिस, इंजिनियर जैसे कार्य में भाग ले रही हैं | नारी की शक्ति किसी से कम नहीं है, नारी अपने देश की शक्ति है | महिला कदम उठाती है तभी परिवार आगे बढ़ता है, फिर भी लोग उन्हें सम्मान करनें के बजाय बुरी नज़रों से देखते हैं |

नारी पर अत्याचारनारी का रूप

महिलाओं को प्रताड़ित किया जाता है, जैसे दहेज़ प्रथा, यौन हिंसा, असमानता, महिलाओं के प्रति घरेलु हिंसा, बाल मजदूरी, मानव तस्करी जैसे देश में सांस्कृतिक, सामाजिक, आर्थिक, और शिक्षा का अंतर लाता है, और देश को पीछे धकेल रहा है |

निष्कर्ष :

महिला सुरक्षा एक बड़ा सामाजिक मुद्दा बन चूका है | और यह देश के विकास में बाधित कर रहा है, नारी शक्ति को उभरानें और उन्हें रचनात्मक कार्यो में गति बढ़ चुकी है |

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