शरद ऋतु पर निबंध – पढ़े यहाँ Essay On Winter Season In Hindi

प्रस्तावना:

विन्टर यानि शरद ऋतु, ठंडी का मौसम, यहाँ सबको पसंद हे लेकिन ठंडी के मौसम हर कोई सुस्त बन जाता. ठंडी की वजह से कोई बिस्तर के बहार नहीं आना चाहता. मुझे तो बोहोत पसंद हे ठंडी का मौसम.

शरद ऋतु का आना

ठंडी का मौसम नवंबर महीने से शुरू होकर फेब्रुवरी तक रहता हे. ठंडी का मौसम धीरे धीरे अपने आने का संनदेशा देता हे, मुंबई जैसे शहर में ठंडी इतनी ज्यादा नहीं पड़ती. लेकिन दिल्ली, बिहार, नेपाल, ऐसे शहरो में ठंडी मनो अपना केहर बरसाती हो ऐसे लगता हे.

दिल्ली शहर ठंडी के मौसम में पूरी तरह ठंडा पड जाता हे. कोहरा छा जाता हे. इसलिए स्कूलों को छुट्टी भी दी जाती हे. सुबह ठंडी की वजह से कोहरा छा जाने की वजह से गाड़िया ज्यादा रास्तों पर नहीं दिखाई देती.

ठंडी का मतलब  

हमने कही सुना हे की, इसका सारा श्रेय हिमालय पर्वत को जाता हे. हिमालय पर्वत पे जब बर्फ गिरने लगती हे तबी उसकी हवा उत्तर दिशा की तरफ आना शुरू होती हे इसलिए भारत में ठंडी का मौसम शुरू होता हे.

जिसकी वजह कोहरा शुरू हो जाता हे, इस कोहरे में आगे का कुछ नहीं दीखता. इसलिए हवाई जहाज उड़ने में भी तकलीफ होती हे, और किसी तरह की दूर्घटना न हो इसलिए कई यात्राएं रद्द भी करवा दी जाती हे.

ठंडी में क्या खाये क्या पहने

ठंडी में हमारे शरीर के तापमान में फरक पड़ता हे. इस वजह से हमें कई बीमारियोंका सामना करना पड़ सकता हे. जैसे सर्दी, कफ, त्वचा की बीमारी बुखार ऐसे सब बीमारिया हमें हो सकती हे.

ठंडी के मौसम में कडधान्य जैसे के मोड़ आनेवाले अनाज मटकी, मुंग, नाचनी की रोटी, तिल के लड्डू, मेथी के लड्डू जैसे पदार्थ खाना अच्छा होता हे.

शरद ऋतु का त्यौहार

शरद ऋतु में पहला तोहर आता हे, मकरसंक्रांति जिसमे तिल के लड्डू, बनते हे. मकर संक्रांति के दिन पतंग भी उड़ाई जाती हे. इस दिन काले कपडे पहनते हे कहते हे की, इस दिन ठंडी बढ़ जाती हे और हमें उसका कोई नुकसान न हो इसलिए काले कपडे की वजह से गर्मी पैदा होती हे. और हमें ठंडी से बचती हे.

ठंडी में हमेशा गर्म कपडे पहनना जरूरी होता हे जो हमारे शरीर का तापमान सही रखने में मदत करता हे. लोकर यानि वूलेन के कपडे जैसे स्वेटर, मफलर, ककान टोपी ऐसे कपडे पहने.

शरद ऋतु की खासियत

शरद ऋतु में भले ही, हम सुस्त हो जाते हे लेकिन घर में सबके साथ गरम चाय और भजिया खाते खाते सबसे बात चित करने का मजा ही अलग हे. इस ठंडी में सूरज की हलकी किरणे थोडीसी गर्मी दे जाता हे जो बोहोत सुखद आनंद होता हे.

शरद ऋतु का आनंद

यह बारिश के बाद आता हे. और अपने साथ कई त्यौहार लता हे, दीपावली, ख्रिसमस, छठ पुजा, मकरसंक्रांति जो हमें उत्साहित करता हे. इतनी ठंडी में भी हम ये सारे त्यौहार बड़ी ख़ुशी से मानते हे.

सारांश:

हमें हर ऋतु का स्वागत करना चईये. क्यूंकि ये प्रकृति का नियम हे. प्राकृति के नियम के खिलाफ हम नहीं जा सकते.

Updated: मार्च 16, 2020 — 1:42 अपराह्न

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