शिक्षा के उद्देश्य पर निबंध – पढ़े यहाँ Essay On Shiksha Ka Uddeshya In Hindi

प्रस्तावना :

हमारे जीवन में शिक्षा का महत्व सबसे अधिक है | जब से मानव सभ्यता का विकास हुआ है तभी से भारत अपनी शिक्षा के लिए प्रसिद्द है | भारतीय संस्कृत ने विश्व का सदैव पथ-प्रदर्शन किया और आज भी समाज में जीवित है |

शिक्षा हम सभी के उज्ज्वल भविष्य के लिए आवश्यक उपकरण है |मनुष्य जन्म से ही सुख और शांति का प्रयास करता है | किसी भी व्यक्ति की उन्नति और विकास के लिए शिक्षा का महत्व अधिक है, क्योंकि शिक्षा के बिना प्रगति संभव नहीं है | शिक्षा के बिना किसी भी व्यक्ति के आगे बढ़ने की कल्पना करना व्यर्थ है |

वर्तमान समय में भी महान दार्शनिक एवं शिक्षा शास्त्री इस बात का प्रयास कर रहे हैं की शिक्षा भारत में हर युग के शिक्षा का उद्देश्य अलग-अलग रहा है |

शिक्षा उद्देश्य एक पूर्वदर्शित लक्ष्य है जो किसी क्रिया को संचालित करता है या व्यव्हार को प्रेरित करता है | अगर लक्ष्य निश्चित या स्पष्ट होता है तो व्यक्ति का मन उत्साहपूर्वक चलता रहता है |

मानव अपने उन्नति के लिए सृष्टि के आरंभ से ही वह प्रयत्नशील रहा है उसे पूर्ण मानसिक शांति शिक्षा द्वारा ही प्राप्त हुई है | शिक्षा के अमोध प्रभाव से वह चमत्कृत हुआ और उसकी सामाजिक तथा नैतिक उन्नति हुई और वह आगे बढ़ने लगा |

शिक्षा के माध्यम से ही एक व्यक्ति काबिल बन पाता है और वह अपने जीवन में कुछ अच्छा कर पाता है | शिक्षा का उद्देश्य सत्य के मार्ग पर चलना है | बहुत से लोग तरह-तरह की पढाई करते हैं लेकिन शिक्षा के असली महत्व नहीं समझ पाते हैं |

किन्तु शिक्षा का महत्व सत्य के मार्ग पर चलना है और और अच्छे कार्य करना है जैसे महात्मा गाँधी की तरह अहिंसा के मार्ग पर चलकर शिक्षा के महत्व को समझना होगा |

शिक्षा का असली उद्देश्य अपने माता-पिता और बड़ों का सम्मान करना होता है | आज के समय में लोग शिक्षा का उद्देश्य केवल जीवन को निर्वाह करने के लिए, पैसा कमानें के लायक बनना समझते हैं | जबकि शिक्षा का मतलब एक इंसान को इंसान बनाना ही होता है, वास्तव में शिक्षा एक इंसान को सबसे बड़ा बनाती है |

यदि आपको शिक्षा का उद्देश्य समझना है तो आपको पूर्ण रूप से ईमानदार होना चाहिए | अपने परिवार और अपने गुरुजनों से पूरी तरह से ईमानदारी अपनाना चाहिए तभी जीवन में आगे बढ़ सकते हैं और शिक्षा का उद्देश्य पूरा हो सकता है |

बहुत सेलोगों के अंदर बेईमानी होती है | ऐसे लोग ना ही जीवन में सफल हो पाते हैं और ना ही कुछ अच्छा कर पाते हैं | वह अपने जीवन में कभी सफल नहीं होते है, बस जीवन यु जीते रहते हैं | इसलिए हमें जीवन में आगे बढ़ने के लिए पूर्ण रूप से ईमानदारी को अपनाना चाहिए यही शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य है |

आधुनिक युग में ऐसा लगता है की शिक्षा का उद्देश्य बदलता जा रहा है| पहले पढाई के लिए लोग गुरुकुल जाते थे तो वह अपने शिष्य क अंदर अच्छे गुण अपनाने का प्रण लेते थे |

Updated: जनवरी 30, 2020 — 10:57 पूर्वाह्न

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