प्रस्तावना:
‘हिंदी’ हमारे देश की मूल भाषा है | लेकिन भारत में अंग्रेजों की गुलामी के बाद हमारे के भाषा पर भी अंग्रेजी भाषा का अधिपत्य हुआ | देश की आजादी होने के बाद भी हिंदी भाषा पर अंग्रेजी भाषा का अधिपत्य आज भी कायम है | देश की राष्ट्रभाषा के माध्यम से किसी भी धर्म के लोग अपनें विचारों की आदान -प्रदान करते हैं |
भारत देश के ही नागरिकों के मुँह से कभी सुनने सुनने में आता है की हमारी हिंदी कमजोर है | इस बात का तात्पर्य तो यह है, की उनकी अंग्रेजी भाषा हिंदी के मुकाबले काफी अच्छी है | भारत देश में में ही रहने वाले लोगों को अंग्रेजी के अलावा दूसरा भाषा पढ़ना कई लोगों को मुश्किल लगता है |
हिंदी भाषा को संस्कृति की बड़ी बेटी कहा कहा जाता है क्योंकि हिंदी के प्रमुख गुण हैं | हिंदी बोलने में पढ़ने में और लिखने में बहुत ही सरल भाषा है | संस्कृत को सरल करने हिंदी का जन्म हुआ है | हिंदी के बाद हमारे देश में मराठी, गुजराती, कन्नड़, उर्दू, तेलगु आदि जैसे कई भाषाएं अस्तित्व में आई |
हिंदी भारत की धरोहर है, आज के आधुनिक युग में कोई ऐसा देश नहीं जहाँ नहीं बोला जाता है | हिंदी शब्द का जन्म संस्कृत भाषा के सिंधु शब्द से हुआ है | सिंधु नदी का नाम है जी भारत की प्रमुख और प्राचीन नदियों में से एक है |
हमारे देश में अनेक धर्म के लोग रहते हैं, और हिंदी भाषा के माध्यम से वे एक दूसरे की भावनाओं को समझते हैं हुए बोलते हैं | हिंदी बहुत ही सरल भाषा है इसे किसी भी भाषा के लोग बहुत ही आसानी से बोल और समझ सकते हैं |
भारत देश एक बहुभाषी देश है, यहाँ अनेक राज्य है और सभी राज्यों का अपना अलग-अलग भाषा है | हिंदी केवल एक भाषा ही नहीं है बल्कि इसके माध्यम से भारत में रहने वाले लोग एक-दूसरे से बहुत अच्छी तरह से जुड़ सकते है |
भारत में हिंदी भाषा का विकास सदियों पहले ही हो चूका था | हिंदी बहुत ही सरल भाषा है इसे कोई भी आसानी से बोल सकता है और समझ सकता है | हमारे देश की राष्ट्रभाषा हिंदी को पुरे विश्व में सबसे अधिक बोली जाती है | १४ सितंबर १९४९ में राष्ट्रभाषा के रुप में स्वीकार किया गया |
हमारे देश में हिंदी को राष्ट्रिय भाषा का दर्जा मिला है लेकिन इसे आधिकारिक काम में कोई अहमियत नहीं है | यहाँ सबसे ज्यादा महत्व अंग्रेजी को ही दिया जाता है |
आज के समय में हिंदी भाषा केवल नाम के लिए श्रेष्ठ है, इसका महत्व लोग भूलते जा रहे हैं | इसकी स्मृति को जगाये रखने के लिए भारत में हर साल १४ सितंबर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है |