भूमिका :
पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को बनाये रखने के लिए जल संरक्षण अत्यंत ही जरुरी है | पृथ्वी पर जीवन जिन्हें के लिए जल प्रकृति द्वारा दिया गया अनमोल उपहार है | जल जीवन का सबसे आवश्यक घटक है, यह जीवन जीने के लिए महत्वपूर्ण है | जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं किया जा सकता है |
जल संरक्षण
एक तरफ धरती पर साफ़ पानी कम होता जा रहा है वही दूसरी तरफ हम धरती के अमूल्य जल को बर्बाद कर रहे हैं | जल के बिना जीवन संभव नहीं है | संपूर्ण पृथ्वी ही एकमात्र ऐसा ग्रह है, जिस पर जीवन संभव है | मानव जीवन निर्वाह करने के लिए जल बहुत ही आवश्यक है | जल इस पृथ्वी पर जीवित प्राणियों के लिए जल अमृत के समान है |
जल सिमित मात्रा में है
मनुष्य के साथ इस धरती पर सभी जल हमें प्रकृति के द्वारा दिया गया महत्वपूर्ण संसाधन है, लेकिन जल पृथ्वी पर सिमित मात्रा में ही उपलब्ध है | हमें आवश्यकता के अनुसार ही जल का उपयोग करना चाहिए | और बिना कारण पानी को नहीं गिराना करना चाहिए |
जल ही जीवन है
जल के बिना पृथ्वी पर किसी भी जीवित प्राणी का जीवन संभव नहीं है | हमारी धरती में केवल ७०% ही जल उपलब्ध है | हमारे अस्तित्व में जल का महत्व स्पष्ट है | जल शरीर को विशिष्ट चयापचय कार्यों को करने में मदद करती है, और हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करती है |
पृथ्वी पर जल का संतुलन
पृथ्वी पर जल का संतुलन वर्षा और वाष्पीकरण द्वारा होता है | जल प्रकृति द्वारा दिया गया अनमोल उपहार है जल से ही इस धरती पर जीवन संभव है | पानी की कमी के कारण अन्य कई देशों में लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं, पृथ्वी पर जीवन का सबसे जरुरी स्रोत जल है |
पानी की बचत नहीं की तो पानी की एक-एक बूंद के लिए आनेवाली पीढ़ी को जल के लिए तरसना पड़ेगा | पृथ्वी पर निरंतर पानी का जलस्तर कम हो रहा है | आज से बीस साल पहले चालीस फुट की गहराई से निकलने वाला पानी आज सौ फुट से अधिक निचे जा चूका है |
जल का उपयोग
जल मनुष्य और सभी जीवित जानवरों के लिए जल का उपयोग महत्वपूर्ण है | जल संरक्षण करने के लिए हमें अपने जीवन में नियमित रूप से पीने के लिए, कपडे धोनें के लिए, नहाने के लिए, खाना बनाने के लिए, शुद्ध जल पिने के लिए, बाग़-बगीचों के लिए और कृषि के लिए जल का उपयोग करते हैं | इसलिए हमें जल का संरक्षण के लिए हमें पानी की बर्बादी पर रोक लगाना चाहिए |
निष्कर्ष :
पृथ्वी पर केवल ७० प्रतिशत जल है, लेकिन मनुष्य के पिने के योग्य केवल २ प्रतिशत ही जल है |जबकि पृथ्वी का तीन-चौथाई हिस्सा पानी से घिरा हुआ है | जल की कमी के कारण विभिन्न क्षेत्रों में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है |