दोस्तों हम सभी जानते हैं की शिक्षा हमारा मुलभुत अधिकार है, क्योंकि शिक्षा के जरिये ही हमें सही और गलत का फर्क समझ में आता है | जिस देश में शिक्षा पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है उस देश का विकास तेजी से होता है |
प्रस्तावना :
शिक्षा के महत्व को समझते हुए सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के द्वारा २००१ – २००२ में की गई थी |
जिसका मुख्य उद्देश्य देश के सभी बच्चों को प्राथमिक और प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध करवानें के लिए सर्व शिक्षा का अभियान चलाया गया है |
सर्व शिक्षा अभियान का महत्व
सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सभी राज्य और संघ शासित क्षेत्र भी शामिल है | देश की १,२०३ लाख गाँव में अनुमानित १९.४ करोड़ बच्चे सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत आते हैं |
शिक्षा के क्षेत्र के महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में से एक कार्यक्रम का उद्देश्य प्रारंभिक स्तर तक की शिक्षा के लिए सर्व शिक्षा अभियान का महत्व सबसे अधिक है |
शिक्षा हमारा मूलभूत अधिकार है
ताकि देश के हर कोई बच्चा शिक्षा प्राप्त करके अपने जीवन का विकास या जीवन सफल बना सकता है | इस योजना का मुख्य उद्देश्य हर बच्चे को शिक्षा देना था |
सर्व शिक्षा अभियान का उद्देश्य
इस अभियान के रूपरेखा में शिक्षकों की नियुक्ति, और उनका प्रशिक्षण, माता-पिता तथा बच्चों को प्रेरित करना, छात्रवृत्ति, बर्दी, पाक-पुस्तक आदि जैसे प्रोत्साहन की प्रावधान शामिल थे |
सर्व शिक्षा अभियान होने “वाला” लाभ
इसमें महिला और पुरुष को सामान रूप से शिक्षा दिया जाता था हमारे देश में बहुत से ऐसे गाँव हैं, जहां स्कूल नहीं थे | लेकिन सर्व शिक्षा अभियान के इस योजना से गाँव-गाँव में स्कूल खोला गया है और शिक्षा की उचित व्यवस्था किया गया है |
हमारा कर्तव्य
सर्व शिक्षा अभियान का उद्देश्य देश के सभी क्षेत्रों में सभी गाँव के लोगों को शिक्षित करना है | जिससे सभी लोगों को सही और गलत समझनें की क्षमता हो और उन्हें कोई रोजगार मिले | क्योंकि अनपढ़ लोगों को कोई भी काम नहीं मिलता है जिससे वो बेरोजगार होते हैं |
निष्कर्ष :
सर्व शिक्षा अभियान वास्तव में हमारे लिए बहुत लाभदायक होता है | इसलिए हम सभी लोगों को अपना कर्तव्य निभाना चाहिए, शिक्षा के साथ इस अभियान के साथ कई तरह के अभियान चलाए गए हैं | १४ वर्ष की आयु वाले बच्चों को अनिवार्य शिक्षा लेना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है |