भारतीय रेलवे पर निबंध – पढ़े यहाँ Essay on Hindi in Indian Railway

प्रस्तावना :

रेलगाड़ी यातायात का एकअहम् साधन है | सर्वप्रथम भारत में रेल्वे का शुरुआत १६ अप्रैल १८५३ में अंग्रेजो के द्वारा अपनी प्रशासनिक सुविधा के लिए किया गया था  जो मुंबई और ठाणे के बिच ३४ किमी की दुरी पर चलाई गई थी | भारतीय रेल नेटवर्क को १७ क्षेत्रो में बाँटा गया है |

जिसमें लगभग १४ लाख से भी अधिक लोग काम करते हैं | देश के किसी भी उपक्रम में सबसे अधिक है | भारत में पहली रेलगाड़ी का प्रस्ताव १८३२ में किया गया था | रेल पुरे देश के लोगों को एक दूसरे से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है |

भारतीय रेलवे नेटवर्क विश्व का चौथा बड़ा नेटवर्क है

भारत ने रेलवे के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है, प्रथम स्थान अमेरिका द्वितीय स्थान चीन और तृतीय स्थान रूस का है | भारतीय रेल १६० वर्षों से भी अधिक समय तक भारत के परिवहन क्षेत्र का मुख्य घातक रहा है | यह देश के मूल रचनात्मक आवश्यकताओं को पूरा करने में महवत्पूर्ण भूमिका निभाता है | रेलगाड़ी भारत में माल ढोने और यात्री परिवहन का मुख्य साधन है |

भारतीय रेल एशिया की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बड़ी रेल-प्रणाली है | इस समय देश में सात हजार से भी अधिक रेलवे  स्टेशन है | रेलमार्ग की कुल लंबाई ६३ हजार किमी से अधिक है | भारत के रेल इंजन का निर्माण  चितरंजन लोकोमोटिव ,वाराणसी के डीजल लोकोमोटिव और भोपाल में स्थित भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड नामक कारखानों में किया जाता है |

कर्मचारियों की कुल संख्या

भारतीय रेल में लगभग १४ लाख लोग काम करते है, जिसमें केन्द्रीय कर्मचारीयों की कुल संख्या ४०% है | इसके प्रशासन और प्रबंधन के लिए २१ रेलवे बोर्डों का भी गठन किया गया है | प्रत्येक रेलवे बोर्ड केंद्रीय केबिनेट रेलवे मंत्रालय के अधीन होता है |

भारतीय रेल के प्रकार 

भारत में कई प्रकार की रेलगाड़ियाँ हैं, मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियाँ  के अतिरिक्त पर्यटन के लिए विशेष रेलगाड़ियाँ चलाई जाती है |

राजधानी-एक्सप्रेस, गरीब रथ-एक्सप्रेस, जन शताब्दी एक्सप्रेस तथा दुरन्तो एक्सप्रेस इत्यादि यहाँ की प्रमुख रेलगाड़ियाँ हैं|

भारतीय रेल की सुविधाएँ

भारतीय रेल विविध प्रकार की सुविधाएँ प्रदान करती है, जैसे अनेक सुविधाएँ हमारे दैनिक जीवन से सम्बंधित है | जैसे यात्रियों के लिए भोजन, जलपान, विश्राम गृह, व्हील चेयर, प्राथमिक उपचार आदि  सुविधाएँ उपलब्ध है |

कई बार यात्रियों को लूटपाट और हिंसा का सामना करना पड़ता था इसलिए इन परिस्थितियों से निपटने के लिए रेलवे सुरक्षा बल की व्यवस्था रखी गई है | और दूर के सफर के यात्रिओं के लिए आरक्षण की व्यवस्था भी रहती है |

निष्कर्ष :

भारतीय रेल देश की मूल संरचनात्मकआवश्यकताओं को पूरा करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है, पुरे देश में भारतीय रेल का व्यापक जाल बिछा हुआ है |भारत में ३ फरवरी १९२५ में पहली विद्युत् रेल मुंबई विटी से कुर्ला और बंदरगाह की बिच चलाई गई थी | लगभग २८% भाग का विद्युतीकरण हो चूका है, आज भी भारत की पटरियों पर प्रतिदिन १९ हजार से भी अधिक ट्रेनें दौड़ती हैं |

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Updated: नवम्बर 19, 2019 — 1:38 अपराह्न

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