प्रस्तावना :
हमारे भारतीय पौराणिक ग्रंथों में पृथ्वी को धरती माता माना गया है | सौरमंडल में केवल धरती ही ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन है |पृथ्वी एक विशाल पारिस्थिकी तंत्र है | जिन में जैविक- अजैविक, जैवमंडल का निर्माण भूमि और आकाश, वायु, जल नामक पंचतत्व है | हम छोटे बड़े जैविक और अजैविक विविधताओं के बिच रहते हैं | जिसमें पेड़-पौधे, पशु-पक्षीयों का निश्चित सद्भाव और जीवन सामंजस्य हैं |
पर्यावरण क्या है
‘परि और ‘आवरण का सम्यक अर्थ हैं- ऐसा आवरण जो हमे चारों ओर से ढके हुए हैं, प्रकृति और मानव के बीच का मधुर सामजस्य बढ़ती जनसंख्या एवं उपभोगी प्रवृति के कारण पृथ्वी घोर संकट में हैं | यह असंतुलन प्रकृति के विरुद्ध तीसरे विश्वयुद्ध के समान है | जिसके कई तरह की बीमारियाँ उत्पन्न होने से जीवन जीना कठिन हो गया है |
पृथ्वी कौन सा ग्रह है
पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है, जिस पर हल्का जलवायु, ठोस, तरल और गैस एवं पानी इस ग्रह पर उपलब्ध है | इसे पर्यावरण का विभिन्न अवयवक हो जाता है |पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीवन संभव है | परंतु मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए पर्यावरण के साथ खिलवाड़ कर रहा है | बढ़ती पर्यावरण प्रदुषण से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या ने पूरी दुनियाँ को अपनी चपेट में ले लिया है |
पृथ्वी संरक्षित
पृथ्वी हम सभी की आश्रय दाता है, पृथ्वी की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है | जब पृथ्वी संरक्षित होगी तभी हमारे जीवन में खुशहाली आएगी | पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव-जंतु, पेड़-पौधे, और मनुष्य सभी का कल्याण संभव है | पृथ्वी एकमात्र ऐसा ग्रह है जहाँ जीनें के लिए हवा, पानी, भोजन जैसे तमाम चीजें उपलब्ध करवाती है |
पृथ्वी सूर्य से तीसरा ग्रह है
यह सूर्य से तीसरा ग्रह हैजो ग्रह पृथ्वी के चारो ओर चंद्रमा है | पृथ्वी का व्यास ७,९२१मील है जो १२,७५६ किलोमीटर है | साल में ३६५ दिन होते हैं | क्योंकि पृथ्वी को सूर्य की परिक्रमा करने में इतना समय लगता है | पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है, जितना समय इसकी धुरी पर लगता है | वह समय २४ घंटे का होता है जिसे एक दिन कहा जाता है |
पृथ्वी दिवस कब मनाया जाता है
पृथ्वी दिवस हर साल २२ अप्रैल को पुरे विश्व में मनाया जाता है | पृथ्वी दिवस के प्रथम अन्वेषक अमेरिकी सीनेटर गेलार्ड नेल्सन है | इन्होनें सबसे पहले अमेरिका में औद्योगिक विकास के कारण हो रहे पर्यावरणीय प्रदुषण पर अमेरिका ने ध्यान आकर्षित किया |
ग्लोबल वार्मिंग
पृथ्वी ने हमें जीवित रहने के लिए साडी सुविधाएँ उत्पन्न की है | लेकिन मानव अपने सुख-सुविधा के लिए पर्यावरण के साथ खिलवाड़ कर रहा है | लगातार पेड़ों की कटाई के कारण ग्लोबल वार्मिंग की समस्या पूरी तरह से बढ़ चुकी है | जिसके कारण भयंकर बीमारियाँ उत्पन्न हो रही हैं |
निष्कर्ष :
पृथ्वी हमारी अमानत है इसे संभाल कर रखना चाहिए क्योंकि जान पृथ्वी सुरक्षित रहेगी तभी हम सुरक्षित रह पाएंगे | पृथ्वी की प्राकृतिक गुणवत्ता और हरे-भरे बातावरण को बनाए रखना हमारा कर्तव्य है |
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