प्रस्तावना :
भूमि प्रदूषण पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा है यह दिन-प्रतिदिन बढ़ती आबादी के कारण उद्योगों में वृद्धि होने के कारण बढ़ रहा है | पृथ्वी पर सबसे महत्वपूर्ण संसाधन मिट्टी है जो प्रत्यक्ष रूप से धरती पर मानव जाति और पशु-पक्षियों की सहायता करती है | भूमि प्रदुषण दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है यह ठोस कचरे के इकठ्ठा होने के कारण भूमि प्रदुषण बढ़ता जा रहा है |
भूमि प्रदूषण का अर्थ
लेकिन बढ़ती जनसंख्या में वृद्धि के कारण भूमि उपयोग में सघनता आई है | भूमि प्रदूषण विश्व के अनेक भागों में प्रमुख समस्या बन गई है | ‘भूमि’ अथवा ‘भू’ एक व्यापक शब्द है जिसमें पूरा पृथ्वी समाहित है |
भूमि प्रदूषण क्या है
मिट्टी के भौतिक, रासायनिक और जैविक गुणों में से किसी भी अवांछनीय परिवर्तन जो पर्यावरण में समस्त सभी जीव-जंतु, पेड़-पौधे के लिए हानिकारक होता है उसे “भूमि प्रदूषण” कहा जाता है |
भूमि प्रदूषण कैडमियम, क्रोमियम, तांबा, कीटनाशक, रासायनिक उर्वरक, जंगली घास आदि भूमि प्रदूषक हैं | यह मानव जीवन फसल उत्पादन, मिट्टी की गुणवत्ता और उपयोगिता पर प्रभाव डालती है | जैसे खेती के दौरान कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है जो कीड़े को मरने के आलावा पौधे और मिट्टी को प्रभावित करती है |
भूमि प्रदूषण की समस्या
भूमि की रासायनिक, भौतिक और जैविक संरचना में परिवर्तन आने के कारण भूमि प्रदूषण होता है | वनों के विनाश के कारण भूमि क्षरण, मिट्टी की लवणता और क्षारीयता में वृद्धि होने के कारण भूमि फसल उगने के लायक नहीं रहता, भुमि में जल एकत्रित हो जानें के कारण भूमि प्रदूषण की समस्या बढ़ जाती है | आज के समय में भूमि प्रदूषण से संबंधित मूल समस्या है |
भूमि प्रदूषण के कारण
भूमि प्रदूषण के अनेक कारण है जैसे ठोस अवशेष इलेक्ट्रॉनिक सामान, टूटा फर्नीचर, जंक पेपर, पॉलिथीन बैग, प्लास्टिक का डब्बा और बोतल, अस्पताल से निकला जहरीला कचरा आदि मिट्टी को प्रदूषित करते हैं |
वनों की कटाई तथा बड़े पैमाने पर हुए औद्योगीकरण और नगरीकरण में बढ़ती जनसंख्या और निकलने वाले ठोस द्रव अवशिष्ट पदार्थ मिट्टी को प्रदूषित कर रहें हैं, ठोस कचरे के कारण भूमि प्रदूषण फैल रहा है |
भूमि प्रदूषण रोकने के उपाय
बढ़ती हुई भूमि प्रदुषण को कम करने के लिए सरकार और अन्य संगठन अपने स्तर पर काम कर रहे हैं | भूमि प्रदुषण के हानिकारक परिणाम है, पशु और पेड़-पौधों की दुनियाँ का अस्तित्व मिट्टी पर ही आधारित है |
मिट्टी किसानों की संपत्ति है,भूमि प्रदुषण का नुकसान केवल किसानों को ही नहीं पहुंचता है बल्कि देश किउ अर्थव्यवस्था, मानव, स्वास्थ्य, जीव और वनस्पतियों को भी नुकसान पहुंचता है |
निष्कर्ष :
जलवायु की तरह मिट्टी भी एक प्राकृतिक संसाधन है जो पृथ्वी पर जीवित जानवरों को जीवन प्रदान करती है | विश्व में संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के माध्यम से भूमि प्रदुषण को नियंत्रित करने में सफलता पाई है |
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