पर्यावरण परिचय :
हमारा पूरा जीवन पर्यावरण पर ही निर्भर है जैसे की हम चारो तरफ से पर्यावरण से घिरे हुए हैं | पर्यावरण हमारे पृथ्वी पर जीवन का आधार है मनुष्य, पेड़-पौधा, जीव-जंतु, जानवर, प्राकृतिक वनस्पतियाँ सब पर्यावरण पर ही निर्भर हैं |
पर्यावरण के चारो तरफ से ब्रह्मांड और जीव जगत घिरा हुआ है | स्वच्छ वातावरण से ही स्वस्थ समाज का निर्माण होता है | जीवन जीने के लिए पर्यावरण सारि चीजें उपलब्ध करवाती है | पर्यावरण से ही हमें शुद्ध जल, शुद्ध हवा, और भोजन आदि प्राप्त होता है |
मानव और पर्यावरण
मानव और पर्यावरण एक दूसरे के बिना अधूरे हैं | पर्यावरण के बिना मनुष्य अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकता है | विज्ञान आज कितना भी आगे निकल चूका है लेकिन जो चीजें हमारे लिए प्रकृति ने उपलब्ध किया है उसकी तुलना कोई नहीं कर सकता है |
इसलिए भौतिक सुख को पाने के लिए मानव को प्रकृति का उलघन नहीं करना चाहिए | हवा, पानी, आकाश, अग्नि और थल यह पाँच तत्व पर मानव जीवन पृथ्वी पर टिका हुआ है क्योंकि यह सारी चीजें हमें पर्यावरण से ही प्राप्त होता है |
पर्यावरण का अर्थ
पर्यावरण परि +आवरण दो शब्दों से मिलकर बना है, परि का मतलब है हमारे आस-पास और आवरण का मतलब है, जो हमें चारो तरफ से घेरा हुआ यानी दैनिक जीवन को प्रभावित करता है |
प्राकृतिक वातावरण पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व में एक बड़ी भूमिका निभाती है | यह मनुष्य, पशु, पक्षी और अन्य जीवित चीजों को बढ़ने और स्वाभाविक रूप से विकसित होने में मदद करता है |
पर्यावरण प्रद्योगिकी, प्रगति और प्रदुषण
विज्ञान की उन्नति और तकनिकी ने मनुष्य के जीवन को बहुत ही आसान बना दिया है | जिससे केवल समय की बचत ही नहीं बल्कि मानव ने भी अधिक प्रगति की है |
परंतु विज्ञान ने कई ऐसी खोज की है जिसका असर पर्यावरण पर पड़ रहा है और मानव के स्वास्थ्य के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है | वैज्ञानिक प्रगति के परिणामस्वरूप कारखानों, मीलों तथा वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण पर्यावरण की समस्या उत्पन्न हो गई है |
स्वच्छ पर्यावरण परिवर्तन
स्वच्छ पर्यावरण से ही स्वच्छ जीवन संभव है,जीव-जंतु, प्राकृतिक वनस्पतियां, पेड़-पौधे, मौसम, जलवायु सब पर्यावरण के अंतर्गत आता है | पर्यावरण जलवायु में संतुलन बनाये रखने का काम करता है और समस्त जीवन के लिए आवश्यक सभी वस्तुएँ उपलब्ध करवाता है |
यदि जलवायु में कोई भी परिवर्तन होता है, तो उसका असर मानव के शरीर पर दिखनें लगता है | यह हमारे जीवन को प्रभावित करने वाली सभी जैविक और अजैविक तत्व, प्रक्रिया और घटनाओं से मिलकर बनी हुई है |
निष्कर्ष :
पर्यावरण हमारे जीवन का विभिन्न अंग है हम पर्यावरण के बिना अधूरे हैं, क्योंकि मानव पूरी तरह से पर्यावरण पर निर्भर है |
पर्यावरण के बिना हम अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते है इसलिए पर्यावरण की संरक्षण करने में हमें सहयोग करना चाहिए | जैसे पेड़ों की कटाई नहीं करनी चाहिए, पर्यावरण को दूषित करने वाली चीजों का उपयोग नहीं करना चाहिए |
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