प्रस्तावना:
हमारे भारत देश में विभिन्न प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं | हमारी भारतीय संस्कृति में पशु – पक्षियों का विशेष महत्व हैं |
कुछ पक्षियों का संबंध भगवान के विभिन्न अवतारों से जुडा हुआ हैं | जैसे की श्रीकृष्ण – मोर का पंख अपने सिर पर धारण किया हैं | उन सभी पक्षियों में से कौआ यह एक हैं |
कौआ यह एक बहुत ही चतुर पक्षी हैं | कौआ पर्यावरण को साफ रखने में हमारी सहायता करता हैं | यह पक्षी हर एक जगह पर पाया जाता हैं |
कौआ की शरीर रचना
कौआ यह पक्षी काले रंग का होता हैं | इसकी गर्दन स्लेटी रंग की होती हैं | कौआ के दो छोटे पैर होते और इसके पंजे नुकीले हते हैं |
उसकी दो चमकीली आँखे होती हैं | कौआ यह पक्षी सभी पक्षियों में से सबसे चतुर होता हैं | इसकी चोंच काले रंग की होती हैं |
कौआ का भोजन
कौआ यह सर्वाहरी होता हैं | कौआ भोजन में मांस, मछली, कीड़े – मकोड़े, रोटी, सब्जियां, बिज, अनाज, फल इन सभी तरह की सारी चीजे खा लेता हैं | इसकी चोंच बहुत कठोर होने के कारण वो किसी भी चीज को बहुत आसानी से तोड़ सकता हैं |
कौआ दूसरी चिड़ियाँ के बच्चों को मारकर भी खाता हैं | कौआ कभी – कभी बच्चों के हाथ में से खाने को भी छीन लेता हैं | उसके साथ – साथ घरों और दुकानों से खाने की चीजे चुरा लेता हैं |
कौआ का जीवनकाल
कौआ की जीवनशैली अन्य सभी पक्षियों की तुलना से अलग होती हैं | कौआ आमतौर पर झुण्ड में रहना पसंद करता हैं | इसका जीवन काल ७ से ८ वर्ष तक होता हैं | कौआ ऊँचे – ऊँचे पेड़ों पर और चट्टानों पर अपना घोसला बनाकर रहता हैं |
कौआ की प्रजातियाँ
पुरे विश्व में कौआ की ४० से भी ज्यादा प्रजातियाँ पाई जाती हैं | हमारे भारत देश में कौए की ६ प्रजातियाँ पाई जाती हैं |
यह पक्षी भारत की कई जगहों पर काला कौआ कम दिखाई देता हैं | इसकी मुख्य वजह हैं, बिगड़ रहा पर्यावरण का संतुलन |
कौआ की मुख्य विशेषता
कौआ यह पक्षी बहुत ही बहादुर या चतुर होता हैं |
हमारी भारतीय संस्कृतियों में इसे अच्छे भाग्य के रूप में देखा जाता हैं | तो कुछ संस्कृतियों में बुरी किस्मत का संकेत माना जाता हैं |
कौआ जब एक जगह से दुसरे जगह पर जाता हैं तो समूह में जाते हैं |
यह पक्षी मनुष्य की तरह लोगों के चेहरे याद रखता हैं |
निष्कर्ष:
कौआ यह एक बहुत ही अच्छा पक्षी हैं | यह पक्षी फसलों को कीड़े – मकोड़े से बचाता हैं | कौआ अपनी कर्कश आवाज से सबकी प्रभावित करता हैं |
आज भारत देश में कई जगहों पर कौआ दिखना बंद हो गया हैं | हिन्दू धर्म में श्राद्ध के महीने में कौआ का विशेष महत्व होता हैं |