चिड़िया का भोजन

चिड़िया पर निबंध – पढ़े यहाँ Essay on Chidiya in Hindi Language

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By hindiscreen

प्रस्तावना :

चिड़िया एक छोटी सी पक्षी है यह किसी भी स्थानों पर देखने मिलती है | चिड़िया बहुत ही सुंदर और फुर्तीली पक्षी होती है | चिड़िया बहुत ही मुश्किल से मनुष्य के हाथ आती है | यह इंसानों के बिच रहना पसंद करती है |

चिड़िया का घोसला 

चिड़िया दिवसचिड़िया अपन घोसला मनुष्य के घर की छत, या दरवाजे पर कहीं जगह मिला तो यह अपना घर बना लेती है | किंतु आज बदलते समय के साथ लोग ऊँची इमारते बनाने लगे हैं | जिसके कारण चिड़िया का घर बना पाना मुश्किल हो गया है |

चिड़िया के शरीर के प्रकार 

birds body चिड़िया का रंग हल्का भूरा और सफ़ेद होता है | चिड़िया की पिली चोंच उसे और भी आकर्षक बना देती हैं | चिड़िया के आँखों पर काला रंग होता है, तथा इनके पैर भूरे होते हैं |

चिड़िया की लंबाई १४ से १६ सेंटीमीटर तक  होती है | मादा चिड़िया के सिर और गले का रंग भूरा नहीं होता है |

चिड़िया का झुंड 

चिड़िया दिवस चिड़िया बहुत ही सुंदर होती है, इसकी चीं -ची  करने वाली आवाज हर किसी के मन को मोह लेती है | चिड़िया पहाड़ी इलाकों में बहुत कम पाई जाती है | पहले के समय में चिड़िया का झुंड हमारे घर के आँगन में दाना चुभते थे | जैसे ही हम चिड़िया के करीब जाते वैसे ही सभी उड़ जाते थे |

चिड़िया के नाम 

छोटी सी चिड़िया बहुत ही फुर्तीली होती है यह अपने भोजन के लिए कभी-कभी मीलों दूर तय करती है | चिड़िया को अलग-अलग नामों से जाना जाता है  | जैसे की चिड़िया, गौरैया, चिमनी, चकली, चेर तो कई लोग इसे नहीं चिड़ी भी बोलते हैं |

चिड़िया के भोजन

Bird चिड़िया सर्वाहारी होती है का मुख्य भोजन अनाज, फूल, फल, बीज, कीड़े आदि खाती हैं तथा फसलों पर रहने वाले कीट पतंगों को भी खाती  है |

चिड़िया दिवस 

चिड़िया दिवस हर साल २० मार्च को मनाया जाता है |

चिड़िया की औसतन आयु 

चिड़िया की प्रजातिचिड़िया की औसतन आयु ४ -७ वर्ष की होती है | मादा चिड़िया के मुकाबले में नर चिडिता ज्यादा आकर्षक होता है | चिड़िया अपने पैरों की सहायता से उड़ान भरते हैं |

नन्ही चिड़िया आसमान में ३४-४० फ़ीट की ऊंचाई पर ही उड़ते हैं | प्रातः काल चिड़िया के चहचानें की अनोखी प्रकृति होती है | आज चिड़िया दिन-प्रतिदिन लुप्त होती जा रही है |

चिड़िया के लुप्त होने का कारण 

हमारे वातावरण प्रदुषण के कारण वातावरण संतुलित होने के कारण कभी-कभी तापमान अत्यधिक हो जाता है | चिड़िया की प्रजातिके  लुप्त होने का कारण भी यही है | चिड़िया की प्रजाति के कारण प्रकृति बहुत ही सुंदर लगती है |

निष्कर्ष :

यदि इस प्रकार से पक्षियों की प्रजाति लुप्त होती रही तो प्रकृति की सुंदरता भी गायब हो जाएगी | इसलिए हम सभी को अपने वातावरण को प्रदूषित होने से बचाना होगा,  जिससे पक्षी हमेंशा सुरक्षित रह सकें |

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