प्रस्तावना:
हर एक मनुष्य और सभी पशु – पक्षियों के लिए वायु बहुत जरुरी होता हैं | वायु मंडल यह पर्यावरण का एक अहम् हिस्सा हैं |
इस वायु के बिना मनुष्य अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकता हैं | पृथ्वी एक ऐसा ग्रह हैं, जिस पर वायु पाई जाती हैं और मनुष्य को अपना जीवन जीने के लिए संभव हैं |
इसलिए मनुष्य कई दिनों तक भोजन के बिना जीवित रह सकता हैं लेकिन वायु के बिना मनुष्य जीवित नहीं रह सकता |
वायु प्रदुषण का अर्थ –
वायु प्रदुषण का अर्थ होता हैं, वायु में रासायनिक हानिकारक पदार्थों का मिश्रण होने के कारण जब वायु दूषित हो जाती हैं उसे ‘वायु प्रदुषण’ कहा जाता हैं |
जैसे की हानिकारक पदार्थ – रसायन पदार्थ और सूक्ष्म पदार्थं यह जैविक वातावरण में मिल जाते हैं और वायु प्रदुषण हो जाता हैं |
विभिन्न गैसों का मिश्रण
वायु यह एक भौतिक वास्तु हैं | यह विभिन्न गैसों का मिश्रण होती हैं | वायु एक पारदर्शक, स्वादहीन, गंधहीन और रंगहीन इ गैसों का मिश्रण हैं | वायु में सबसे ज्यादा प्रमाण नाइट्रोजन का होता हैं |
हवा में भार होता हैं, यह भार धरती की प्रति इकाई क्षेत्र हवा जो असर डालती हैं उसे ‘वायुदाब’ कहा जाता हैं |
वायु के भार की वजह से वायु एक स्थान से दुसरे स्थान की तरफ चलने लगती हैं | यह हवा अधिक दबाव वाले क्षेत्र से कम दबाव वाले क्षेत्र की तरफ चलती हैं |
वायु प्रदुषण के कारण
वायु प्रदुषण यह अन्य कारणों की वजह से होता हैं | वायु प्रदुषण यह एक सबसे बड़ी समस्या हैं | वायु प्रदुषण की वजह से मनुष्य के स्वास्थ्य पर बहुत परिणाम होता हैं |
बढती जनसँख्या
वायु प्रदुषण का सबसे बड़ा कारण हैं – बढती जनसँख्या | हर दिन बढती जनसँख्या की वजह से मनुष्य प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग सबसे ज्यादा करने लगा हैं | देश में औद्योगिक करण की वजह बड़े – बड़े शहर बंजर बनते जा रहे हैं |
उसके साथ – साथ मनुष्य को रहने के लिए स्थान की जरूरत होती हैं इसलिए मनुष्य लगातार वनों और जंगलों को काटता जा रह हैं | जिसकी वजह से वायु प्रदुषण की समस्या निर्माण हो रही हैं |
कारखानों का धुआं
देश में बहुत सारे कारखाने हैं और उस कारखानों में बड़े – बड़े मशीनों का इस्तेमाल किया जाता हैं | कारखानों में से निकलने वाले धुएं की वजह से हवा दूषित हो जाती हैं |
उसके कारण वायु प्रदुषण की समस्या निर्माण होती हैं | इधुएं की वजह से सबसे ज्यादा प्रभाव वायुमंडल को पहुँचता हैं |
वाहनों में से निकलने वाला धुआं
हर दिन सड़कों पर अन्य प्रकार की वाहने चलती हैं | उन सभी वाहनों में से निकलने वाले धुएं की वजह हवा प्रदूषित हो जाती हैं |
इसका सबसे ज्यादा परिणाम मनुष्य के स्वास्थ्य पर होता हैं | हवा दूषित होने की वजह से मनुष्य को साँस लेना भी बहुत मुश्किल हो जाता हैं |
निष्कर्ष:
हवा यह मनुष्य के जीवन का आधार हैं | इसलिए सभी लोगों का कर्तव्य हैं की, वायु को दूषित होने से बचाने का प्रयास करना चाहिए | अगर वायुमंडल स्वच्छ और दूषित नहीं रहेगा तो हम सभी को शुद्ध हवा और ऑक्सीजन मिलेगा |