भूमिका :
इंद्रधनुष बहुत ही आकर्षक होता है, यह बारिश के समय दिखाई देता है | इंद्रधनुष बारिश के बाद आकाश में संध्या समय पूर्व दिशा में और प्रातः काल पश्चिम दिशा में दिखाई देता है |
एक प्रिज्म में देखने पर सूर्य की किरणें सात रंगों में दिखाई देती हैं | हम रोज सूर्य की किरणें देखते हैं वह सफ़ेद नहीं होती है बल्कि सात रंगों से मिलकर बनी हुई होती है | बारिश के मौसम में वह सात रंगों में दिखाई देती है ,जिसे इंद्रधनुष कहा जाता है |
इंद्रधनुष के नाम
इंद्रधनुष को अंग्रेजी में (Rainbow) और सात रंगों का झूला के नाम से जाना जाता है | आकाश में इंद्रधनुष का बनना बारिश की बूंदों का कमाल होता है | बारिश के मौसम में यही बूंदें एक प्रिज्म का काम करती हैं | इंद्रधनुष बहुत ही सुंदर होते हैं |
इंद्रधनुष कैसे बनता है
इंद्रधनुष सूर्य की किरणें और बारिश की बूंदें से बनती है | बारिश की बूंदें एक प्रिज्म की तरह होती है | बारिश की बूंदें जब सूर्य की किरणों पर पड़ती है, तब यह तिरछी हो जाती है |
बारिश के मौसम में पानी की बूंदों पर सूर्य का प्रकाश पड़ता है, तो वह सात रंगों में दिखाई देता है | बारिश की बूंदें जब प्रकाश पर पड़ती है तब सूर्य की किरणें बूंदों से परावर्तित हो जाती है |
उस क्रिया को परावर्तन कहा जाता है और परावर्तन में किरणें तिरछी हो जाती हैं | सूर्य की किरणें कई कोण पर परावर्तित होती हैं इस प्रक्रिया से सूर्य का प्रतिबिंब बनता है और सूर्य के सात रंगों में दिखाई देता है |
इंद्रधनुष का आकार
इंद्रधनुष का आकार गोल होता है और धनुष के समान प्रतीत होता है | इंद्रधनुष की अंतिम और बाहरी परत लाल रंग की दिखाई देती है, क्योंकि लाल रंग का प्रकाश कम कोण पर मुड़ता है |
इंद्रधनुष की भीतरी परत बैगनी रंग की होती है क्योंकि बैगनी रंग का प्रकाश कम कोण पर मुड़ता है |
इंद्रधनुष के रंग
इंद्रधनुष के सात रंग होते हैं, बैगनी, आसमानी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल यह सात रंगों से मिलकर बना होता है |
इंद्रधनुष से सूर्य और बारिश का मेल होते है इसलिए इसे भगवान इंद्र का धनुष भी कहा जाता है क्योंकि इंद्र को वर्षा का देवता माना गया है |
जीवन में इंद्रधनुष का महत्व
इंद्रधनुष एक प्राकृतिक घटना का परिणाम है, यह बहुत ही सुन्दर होता है | इंद्रधनुष का सात रंगों वाला मनमोहक दृश्य सभी लोगों का मन मोह लेता है | साहित्य में इंद्रधनुष का विशेष महत्त्व है |
इंद्रधनुष पर अनेक कवितायेँ लिखी गई हैं और बच्चों की कविताओं में इंद्रधनुष के रंगों का समावेश होता है | इंद्रधनुष की सुंदरता से अधिक हमें इंद्रधनुष के महत्व को भी समझना चाहिए क्योंकि ईश्वर की इस अद्भुत घटना हमें बहुत ही आकर्षित करती है |
निष्कर्ष :
सूर्य की किरणें बारिश की बूँदों से अपवर्तित तथा परावर्तित होने के कारण इन्द्रधनुष बनाती हैं यह हमेशा सूर्य होने पर ही दिखाई देती है |