समाचार पत्र पर निबंध – पढ़े यहाँ Essay in Hindi on Newspaper

पुरे विश्व भर का संग्रह समाचार पत्र में होता है, पुरे विश्व में होनेवाली सभी घटनाओं की जानकारी हमें समाचार पत्र द्वारा ही प्राप्त होता है | इसलिए हमें नियमित रूप से अखबार पढ़ने की आदत डालना चाहिए  क्योकि समाचार पात्र हमारे दैनिक जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है |

प्रस्तावना 

समाचार पत्र संचार के साधनों में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं यह प्रायः दैनिक होते हैं | लईकिन कुछ संचार पत्र साप्ताहिक पाक्षिक, मासिक और छमाही भी होते हैं, अधिकतर समाचार पत्र स्थानीय भाषाओँ में केंद्रित होते हैं |

मनुष्य के मस्तिष्क में हमेशा कौतुहल और जिज्ञासा की वृत्तियाँ रहती है, जिनके कारन मनुष्य हमेशा आस-पास की घटनाओं की  जानकारी पाने की इच्छा रखता है | एक समाचार पत्र ही है जो उनके इच्छाओं की पूर्ति करता है यह सभी वर्ग के लोगों की इच्छा उपयुक्त करता है |

किसी भी देश की सामाजिक, राजनितिक, आर्थिक स्थिति की जानकारी लेने के लिए प्रति-दिन समाचार पत्र पढ़ना चाहिए | क्योंकि समाचार पत्र ने पुरे विश्व को अपनी मुट्ठी में बंद कर लिया है, क्योकि इसमें देश क छोटे से भाग की घटना की जानकारी से लेकर विदेशों की घटनाओं का प्रति-दिन मुद्रण होता है |

समाचार पत्र का महत्व 

समाचर पत्र की महत्वता का पता लगाया जा सकता है की किसी भी वर्ग का व्यक्ति अखबार पढ़ना पसंद करता है | समाचर पत्र का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है, इसे पढ़ने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है | समाचर पत्र पढ़ना बुज़ुर्गों, बच्चों सभी लोग पढ़ना पसंद करते हैं |

क्योंकि इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ सूचनाएँ दिया होता है | विद्यार्थियों के लिए समाचार पत्र बहुत ही महत्व की वस्तु  है, क्योंकि इसमें विज्ञान, राजनीती, शिक्षा और तरह-तरह की योजनाओं की जानकारी छपी हुई होती है, बोर्ड परीक्षाओं  की विशेष सुचना समाचर पत्र में प्रकाशित होता है |

इतिहास 

प्राचीन काल में लोगों तक सुचना पहुँचाने का कोई भी साधन नहीं था, तब लोग किसी की घोड़े पर बैठकर सुचना पहुँचाने तथा कबूतर के गले में चिट्ठियाँ बांधकर सुचना का आदान-प्रदान किया करते थे | धीरे-धीरे समाचार पत्र का उद्गम हुआ समाचार पत्र का जन्म १६वीं शताब्दी में  सर्वप्रथम इटली के बेसिन नगर में हुआ था इसके बाद धीरे-धीरे समाचार पत्र का विस्तार बढ़ता गया |

इसके बाद सभी देशों ने इसकी महत्वता को समझे हुए सभी स्थानों पर समाचार पत्र का उपयोग होने लगा | १८वीं शताब्दी में अंग्रेजों द्वारा भारत में भी समाचार पत्र छापना शुरू कर दिया था इसके  आने के बाद तो सभी सूचनाओं का भंडार ही मिल गया |

निष्कर्ष 

वर्तमान समय में किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में समाचार पत्र का सहयोग सबसे अधिक है | जनता को अपने द्वारा चुनें गए सरकार की आलोचना करने और अपनीं आवाज उठाने का सम्पूर्ण अधिकार प्राप्त हैं | प्रत्येक व्यक्ति अपने विचारों को सरकार के सामने स्वतंत्र रूप से सिक्त कर सकता है |

कोई भी जानकारी लोगों तक समाचार पत्र द्वारा ही प्राप्त हुआ है अगर अखबार नहीं होता तो शायद विश्व इतनी तेजी से प्रगति नहीं कर पाती अब लोगों तक सूचनाएँ पहचानें के अनेक टेक्नोलॉजी साधन आ गए हैं |

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Updated: नवम्बर 2, 2019 — 12:52 अपराह्न

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