प्रस्तावना:
महिलाओं को प्राचीन कल में अन्य प्रथाओं का सामना करना पड़ता था | उन सभी प्रथाओं में से दहेज प्रथा यह सबसे पुराणी प्रथा हैं | हमारे देश में यह प्रथा धीरे – धीरे बढ़ते ही जा रही हैं | दहेज प्रथा यह एक सामाजिक बीमारी हैं |
जो आज भी समाज में दिखाई देती हैं | हमारे जीवन के मकसद को छोटा कर देने वाली प्रथा हैं | यह प्रथा पूर्ण रूप से सोच पर आधारित होती हैं | कई लोग पुरुषों को ही सबकुछ मानते हैं और महिलाओं को समाज में कोई महत्त्व नहीं देते हैं |
दहेज प्रथा का अर्थ –
दहेज प्रथा का अर्थ होता है – लड़की की शादी में लड़के के परिवार को धन – दौलत, संपत्ति, सोने के गहने, गाड़ी यानि कीमती चीज देना उसे दहेज़ कहा जाता हैं |
दहेज प्रथा की शुरुआत
दहेज प्रथा की शुरुवात पुराने ज़माने से चलती आ रही हैं | हिन्दू धर्म के पौराणिक कथा और ग्रंथों जैसे रामायण और महाभारत में कन्या के विवाह पर उसे धन – संपत्ति देते थे | उस समय लोग दहेज को स्वार्थ की भावना से स्वीकार नहीं करते थे |
जैसे ही समय बितता गया और समाज में अन्य प्रथा रूढ़ होने लगी | जैसे की सती प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, जातिभेद इत्यादि |
दहेज प्रथा के कारण
पुरुषप्रधान देश
हमारा देश यह पुरुषप्रधान देश माना जाता हैं | भारत देश पुरुष प्रधान होने के कारण महिलाओं की अपनी बात रखने का अधिकार नही था | जिसकी वजह से महिलाओं के साथ शारीरिक शोषण किया जाता था |
उनके ऊपर बहुत सारे अत्याचार किये जाते थे | उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूर किया जाता था |
अशिक्षा
आज भी हमारे देश में बहुत सारे लोग पढ़े – लिखे नहीं हैं | उसके कारण वो सोचते हैं की, उन्होंने दहेज नहीं दिया तो उनके बेटियों की शादी नहीं होगी | उनको कहा जाता हैं की, दहेज देना उनका कर्तव्य हैं |
दहेज प्रथा रोकने के उपाय
महिला सशक्तिकरण
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए महिला सशक्तिकरण यह सबसे अछि योजना हैं | इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को उनके अधिकार दिए जायेंगे | महिलाओं को अपने शादी के काम करना जारी रखना चाहिए |
शिक्षा का अधिकार
सभी लोगों को लड़कियों को जितना हो सके उतना पढाया जाना चाहिए | लड़कियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए स्कूल में भेजना चाहिए |
अब सरकारने लड़कियों को पढ़ाने के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की हैं | लोगों को किसी भी लड़की को लड़कों से कम नहीं समझना चाहिए |
दहेज प्रथा के लिए जागरूकता
समाज में दहेज प्रथा के खिलाफ जागरूकता फैलानी चाहिए | दहेज प्रथा को रोकने के लिए लोगों में जागरूकता निर्माण करनी चाहिए | स्कूल और कॉलेज में नाटक और कार्यक्रम के द्वारा लोगों को लड़का – लड़की समान होते हैं यह समझाना चाहिए |
निष्कर्ष:
हर एक मनुष्य को दहेज लेने पर प्रतिबंध करना चाहिए | दहेज प्रथा की वजह से लड़कियों को बहुत अत्याचार सहन करने पड़ते हैं | हमें हर एक घर तक संदेश पहुँचाना चाहिए की, दहेज लेना पाप होता हैं |