साईकिल की सवारी पर निबंध – पढ़े यहाँ Cycle Essay in Hindi

भूमिका :

आज के समय में एक स्थान से दूसरे स्थान पर जानें के लिए अनेक साधन उपलब्ध है जैसे ऑटोरिक्शा, स्कूटर, साईकिल, कार, रेलगाड़ी, हवाई जहाज, बस अड्डी उपलब्ध हैं | लेकिन साईकिल हमारे लिए बहुत ही उपयोगी सवारी है क्योंकि इसे नहीं प्रदुषण फैलता है और नही शोरगुल होता है |

साईकिल को बच्चे से लेकर बूढ़े तक बहुत ही आसानी से चला सकते हैं | साईकिल चलाने के लिए लाइसेंस की भी आवश्यकता नहीं होती है |

साईकिल के महत्वसाईकिल चलाने के फायदे

साईकिल दुपहिया सवारी है, इसे किसी भी प्रकार की ईंधन की आवश्यकता नहीं होती है | साईकिल गरीबों के लिए वरदान है और इसके अनेक फायदे भी हैं |

जैसे साईकिल काफी हल्की होती है ताकि कोई चलाते समय यदि गिर जाता है तो उसे ज्यादा चोट भी नहीं लगेगी | साईकिल की कीमत बहुत ही कम होता है कोई भी इसे आसानी से खरीद सकता है | साईकिल चलाने से स्वास्थ भी अच्छा रहता है |

साईकिल के लाभ  cycle safety

साईकिल को किसी भी  सड़क पर आसानी से  चलाया जा सकता है | साईकिल की कीमत कम होने के कारण लोग आसानी से खरीदते हैं और कम दुरी की सफर के लिए भी इस्तेमाल करते हैं |

यातायात की साधनों की तरफ साईकिल से पर्यावरण को किसी हो तरह की हानि नहीं पहुँचती  है | साईकिल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही उपयोगी है, साईकिल चलाने से स्वस्थ भी अच्छा रहता है |

स्वस्थ के लिए फायदेमंद  benefit of cycle 1 e1572595433890

साईकिल की सवारी शरीर की तनाव काम करने में सहायता करती है | साईकिल हमारे स्वास्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद है |

साईकिल चलाने से हमारा ह्रदय स्वस्थ रहता है और हमारा रक्त परिसंचरण भी अच्छा रहता है | साईकिल की सवारी हाथ की मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है | साईकिल चलाने से किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होता है बस इसे चलाने के लिए ताकत की आवश्यकता होती है |

साईकिल का अविष्कार  cycle invention

साइकिल का आविष्कार यूरोप में हुआ था | अविष्कार के बाद १८३९ ई. में स्कॉटलैंड के एक लुहार किर्कपैट्रिक मैकमिलन द्वारा आधुनिक साईकिल का अविष्कार से पूर्व यह अस्तित्व में थी | लोग साईकिल पर बैठकर जमीन को पैर से पीछे की तरफ धकेल कर आगे की तरफ बढ़ा जाता था | मैकमिलन ने उसमें पहिये को पैरों से चलाने के योग्य बनाया |

१८१७ में जर्मनी के बैरन फॉन ड्रेवीस ने साईकिल को पूर्ण रूप से तैयार किया वह लकड़ी की बनी हुई थी और उसका नाम ड्रेसियेन रखा गया था | पहले अगला पहिया बड़ा और पिछला छोटा होता था और ब्रेक लगाने पर चालक मुंह के बगल गिरता था | धीरे-धीरे साईकिल में अनेक रूप से सुधार लाया |

निष्कर्ष :

साईकिल की सवारी मानव स्वस्थ और पर्यावरण दोनों के लिए बहुत ही लाभकारी है | यदि लोग कहीं भी जानें के लिए साईकिल का उपयोग करते हैं तो हमारा पर्यावरण को स्वस्थ और सुरक्षित रहेगा और पर्यावरण स्वस्थ रहेगा तो किसी भी प्रकार की बीमारियाँ नहीं होंगी |

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