साइबर (क्राइम) अपराध पर निबंध हिंदी में – पढ़े यहाँ Cyber Crime Essay in Hind
By hindiscreen
भूमिका :
इंटरनेट की तरफ बढ़ता कदम ही साइबर अपराध के जन्म का कारण है | जिससे आज बहुत सी आपराधिक घटनाएँ घटित होती हैं | यह अपराध कंप्यूटर के सहायता से नेटवर्क उपकरण के माध्यम से अपराधी द्वारा किया जाता है |
साइबर अपराध अधिकतर अपराधी अपने पूँजीवाद फायदे के लिए करता है जिसके कारण उसका लाभ और कई प्रकार के अपराध होते हैं | साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जिसमें कंप्यूटर और नेटवर्क शामिल हैं |
साइबर अपराध क्या है
साइबर अपराध एक ऐसा अपराध है जो किसी व्यक्ति द्वारा कंप्यूटर और नेटवर्क की मदद से किया जाता है |
कंप्यूटर, इंटरनेट, सॉफ्टवेयर जैसे तकनीकों का इस्तेमाल करते हुए किसी व्यक्ति, कंपनी, बैंक किसी को भी प्रकार का नुकसान पहुँचाना साइबर अपराध या साइबर क्राइम है | यह अपराध हथियार से नहीं कंप्यूटर और इंटरनेट से होता है |
साइबर अपराध के कारण
जैसे किसी की जानकारी को चुरा लेना, जानकारी मिटाना, जानकारी में फेर बदलना, किसी की जानकारी किसी और को देना, कंप्यूटर की भागों को चोरी करना आदि साइबर अपराध है | साइबर क्राइम से अभिप्राय तकनीक का उपयोग कर बिना किसी रक्त पात के किसी देश की सुरक्षा, आर्थिक, प्रशासनिक तंत्र को नुकसान पहुँचाने से है |
जिसका जिम्मेदार कंप्यूटर है आज प्रतिदिन के जीवन में कंप्यूटर, मोबाइल फोन का इस्तेमाल लोग बड़े पैमाने पर करते हैं | नेशनल क्राईम रिकॉर्ड्स ब्यूरो से पता चलता है की साइबर क्राइम २०११ में ८५% तक बढ़ गई है | यह आंकड़ा देश के अलग-अलग राज्यों से इकठ्ठा किया गया है |
साइबर अपराध के प्रकार
हैकिंग (Hacking) : किसी भी निजी जानकारी को हैक करना जैसे उपभोक्ताकर्ता नाम या पासवर्ड में फेर बदल करना |
स्पैम ईमेल : ईमेल कई प्रकार के आते हैं जिसमें कुछ इस तरह के ईमेल होते हैं जो सिर्फ कंप्यूटर को हानि पहुँचाते हैं |
जानकारी चोरी करना : कंप्यूटर और नेटवर्क की मदद से किसी भी कंपनी संगठन को नुकसान पहुँचाता है और उस संगठन की सभी फाइल, डाटा और डॉकयुमेंट को चोरी करता है |
जानकारी मिटाना : जैसे किसी की जानकारी को मिटा देना या उस जानकारी में फेर बदलना साइबर अपराध है |
धोखा :सॉफ्टवेयर और नेटवर्क की सहायता से किसी की क्रेडिट कार्ड की जानकारी निकाल कर उसके सभी पैसों को अपने अपने खाते में डाल देना |
भारतीय दंड संहिता (IPC) में साइबर अपराधी के लिए
ईमेल के माध्यम से धमकी की संदेश भेजना (IPC) की धारा 503
फर्ज़ी इलेक्ट्रॉनिक रिकॉड्र्स का इस्तेमाल आईपीसी (IPC) की धारा 463
फर्ज़ी वेबसाइट और साइबर फ्रॉड के लिए (IPC) की धारा 420
चोरी से किसी के ईमेल पर नज़र रखना (IPC) की धारा 463
वेब जैकिंग (IPC) की धारा 383
किसी के ईमेल का गलत इस्तेमाल करना – (IPC) की धारा 500
सरकार ने अपराधियों के लिए अधिक दंडनीय कानून बनाये हैं लेकिन सभी को अपनी रक्षा स्वंय करना चाहिए और खुद को जागरूक बनाना चाहिए क्योंकि हो सकता है साइबर अपराध को अंजाम देनेवाला आपका करीबी भी हो सकता है |