प्रस्तावना :
भारत का राष्ट्रिय खेल होक्कि हे, किंतु हमारे भारत देश में क्रिकेट यह कई वर्षो से खेला जानेवाला एक बहुत ही प्रिय खेल है |
यह खेल बूढ़े ,बच्चे तथा युवा द्वारा काफी हद तक पसंद किया जानेवाला खेल है, इसे कही भी खुले जगह में बच्चे द्वारा खेला जाता है कभी कभी तो बच्चे गली, सड़के तथा मैदानों में भी खेल ते रहते है हालाँकि इसे कि यो के खिड़कियाँ भी तोड़ देते है | आज यह खेल राष्ट्रिय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी खेला जा रहा है अतः या बहुत ही प्रसिद्ध खेल है |
क्रिकेट खेलने विधि
इस खेल को खेलने के लिए एक बल्ले और गेंद की सहायता ली जाती है | इस खेल में दो टीम होती है, जहा पर प्रत्येक टीम में ११-११ खिलाडी होते है, और इसमें एक अम्पायर होता है, जो निर्देश अथवा निर्णय लेता है इस खेल में खिलाडी तब तक खेलता है जबतक की वो आउट न हो जाये जिससे लोग कोई बैमानी ना करे और ईमानदारी तथा नियम के साथ खेलें |
क्रिकेट के नियम व प्रकार
इस खेल में कुल ३ प्रकार की प्रतियोगिता होती है, जो की इस प्रकार है. टी-ट्वेंटी ,वन-डे और टेस्ट मैच होती है |यह खेल जहा खेला जाता है, उसे हम आमतौर पर पिच कहते है | इस खेल में पहला व् दूसरा टीम सिक्के की उछाल करके पहले बल्लेबजी या गेंदबजी की मागे जताते है, जिससे यह निर्णय हो जाता है की कौन क्या करेगा |
यह खेल रनों का खेल है जो टीम जादा रन बनयेगा वो टीम विजेता घोषित किया जाता है | चुकी इस खेल में बहुत नियम होने के कारण इसमें किसी भी प्रकार की बैमानी नहीं किया जाता है |क्रिकेट खेलने के दुष्परिणाम
कभी कभी कई इलाको में अथवा होटल में क्रिकेट को लेकर सट्टेबाजी(जुआ ) भी किया जाता है| जिसे की कई लोग इसे अपना पेशा बना लेते है|
और जब कोई इस सट्टेबाजी के दौरान प्रशासन के चपेट में आता है तब उसे सजा भी हो जाती है क्रिकेट जैसा खेल कई देशो में भी खेला जाता है जैसे की इंडिया, फ़्रांस, अमेंरिका, इंग्लैण्ड तथा श्रीलंका इत्यादि|
इस खेल में कभी कभी किसी को बैट से अथवा गेंद से भारी चोट भी लग जाती है जिससे की वो अस्पताल पहुच जाता है |
निष्कर्ष :
इस खेल का निष्कर्ष यह है की हमें कोई भी खेल से विजय की प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयत्न/अभ्यास की आवशकता होती है |
हमें हमेशा हष्ट –पुष्टः रहना चाहिये जिससे की हम कोई भी खेल पर बड़े ही आसानी से काबू पाकर खेल पायें यदि हमारे शरीर में लचीला पण नहीं रहेगा तो वो आलस्य भरा रहेगा और हमेशा की तरह खेल से उसे परिणाम उच्चित नहीं मिलेंगे |
इस खेल में जो कोई अनुशासन का पालन करता है वो ही टिका रहता है जो की मानव जी को सफल बनाने का मूलमंत्र है, इससे हमरे मानसिक शक्ति ,शारीरिक शक्ति तथा नैतिक जीवन का विकास होता है |अतः क्रिकेट खेल को सब को खेलना चाहिये औरिसका आनंद लेना चाहिये |