प्रस्तावना
गाय एक प्रसिद्ध और महत्वपूर्ण घरेलु जानवर है। गाय एक उपयोगी पशू है। गाय को दुनिया में एक माता के रूप में माना जाता है। देश में को गाय बहुत महत्व है। सब लोग गाय को देवता मानते है। गाय सभी देशो में और घरों में दिखाई देती है।
गाय की विशेषता
गाय हमारी माता है और हमें वो दूध देती है। गाय का दूध बहुत पौष्टिक होता है। गाय का दूध मनुष्य के सेहत के लिए अच्छा रहता है। गाय सभी जानवर में से एक पवित्र जानवर के रूप में माना जाता है। गाय का दूध बिमारी और बच्चो के सेहत के लिए बहुत उपयोगी आहार माना जाता है। गाय को हिन्दू धर्म में ज्यादा सम्मान मिलता है।
गाय का दूध पूजा और कथा के दौरान पर भगवान को समर्पित किया जाता है। हमें गाय से दूध मिलता है। गाय के दूध से खाने वाली बहुत सारी चीजे बनती है। दूध से पनीर, दही, लस्सी, बर्फी, पेड़ा, और अलग अलग तरह की मिठाइयां बनती है।
गाय की शारीरिक रचना और प्रकार
गाय को दो आँखे, दो कान, मुँह और चार पाँव, दो सींग होते है। गाय की पूंछ लम्बी होती है और पूंछ के निचले हिस्से में बहुत सारे बाल होते है। यह बल अलग अलग रंग के होते है जिनमे लाल रंग के साथ काले,भूरे और सफ़ेद रंग के बाल होते है। गाय की शारीरिक रचना बहुत बड़ी और शक्तिशाली होती है।
गाय की कई प्रजाति होती है। जैसे अलग अलग रंग होते है वैसे ही रंग के आधार पर गाय के भी प्रकार होते है। कोई गाय काली रंग की कोई सफ़ेद रंग की और कोई गाय लाल एवं मिश्रित रंग होती है। देश में हर गाय का रंग और आकार अलग – अलग रहता है।
गाय के प्रकार
भारतीय गाय दिखने में छोटी होती है। गाय का और एक प्रकार होता है – वो है जंगली गाय। जंगली गाय जंगल में रहती है। जंगल में रहने वाली गाय घास और पेड़ों की पत्तियां खाती है। गाय का खाद्य पदार्थ हरी घास,अनाज ,भुसा और अन्य चीजे खाती है। उस खाने को खाकर अच्छी तरह से चबाती है और फिर उसे निगलती है।
भगवान श्रीकृष्ण जीवन में गाय का बहुत महत्व रहा है। भगवान श्रीकृष्ण का बचपन ग्वालों के बिच बिताया है। श्रीकृष्ण को गाय से बहुत प्यार था। इसलिए उनका नाम गोपाल रखा गया। उन्हें लोग गोविंदा या गोपाल कहते है जिसका अर्थ होता है गायों का रक्षक व दोस्त।
धार्मिक महत्त्व
भारत देश करोडो हिन्दू लोग गाय की पूजा करते है। गाय की सबसे बड़ी यह विशेषता है की वो मानव जात बहुत कुछ देती है। गाय एकदम सरल और भोली होती है। हिन्दू धर्म में गाय को पूजनीय माना है।
देश में गाय को देवी मानते है। हिन्दू लोग के त्यौहार पर गाय की पूजा की जाती है। गाय हमारी माता है। ऐसे लोग कहते है। गाय को ऐसी मान्यता है की गाय के शरीर में ३३ करोडो देवताओं का निवास स्थान है। यही कारण दिवाली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा की जाती है और फूलो से उनका श्रृंगार सजाया जाता है।
निष्कर्ष
हमारे जीवन में गाय को माता मणि जाती है | प्राचीन भारत में गाय को समृद्धि का प्रतिक मानते थे। इसलिए गाय को “गौ माता” भी कहा जाता है। इसलिए हमें ऐसे प्यारे पशूयोँ का ख्याल रखना चाहिए।