प्रस्तावना :
आतंकवाद विश्व की जटिल समस्याओं में से एक है आतंकवाद की समस्या पिछले ढाई दशकों से अन्य कई देश इस समस्या से जूझ रहे हैं | लेकिन आतंकवाद की समस्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है | इसका मुख्य कारण है लोगों की विकृत मानसिकता |
आतंकवाद क्या है|
आतंकवाद गैर कानूनी कार्य है जिसका मकसद आम लोगों के अंदर हिंसा का डर पैदा करना है | आतंकवाद मानव जाती के लिए दुनियां का सबसे बड़ा खतरा है, जिसे मानव ने खुद ही निर्मित किया है | किसी भी व्यक्ति या फिर कोई समूह मिलकर किसी जगह हिंसा फैलाता है जैसे दंगे फसाद, चोरी, बलात्कार, अपहरण, लड़ाई-झगड़ा, बम ब्लास्ट यह सभी आतंकवाद है |
आतंकवाद क्यों होता है
आतंकवाद किसी विशेष राजनितिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए हिंसा का व्यवस्थित उपयोग कर आबादी में डर का माहौल बनाना है | आतंकवादी अपने उद्देश्य की पूर्ति के लिए धर्म या मजहब का सहारा लेते हैं ताकि अन्य सहधर्मी लोग भी उनके झाँसे में आकर उनके कार्यों में सहयोह प्रदान करें |
भारत देश की विशेषता
हमारे भारत देश की विशेषता है अनेकता में एकता उक्त विविध जनों को हमारे संविधान ने अपने में सामान रूप से समाहित किया है | यहाँ की महान सस्कृतियों के इस सामंजस्य को देखकर बहुत से देश निस्तबद्ध रह जाते हैं और इस देश के एकीकरण को तोड़कर बिखेरना चाहते हैं |
हमारे समाज में विविध प्रकार से विघटन करके जनसाधारण को अपने कुकृत्यों से आतंकित कर देते हैं | जिसके कारण समाज में छा जाता है | इन्हीं कारणों से किसी भी राष्ट्रों में सामूहिक प्रयत्न के बावजूद भी आतंकवाद की समस्या को जड़ से समाप्त नहीं किया जा सका है |
आतंकवाद से पूरी दुनिया जूझ रही है यह एक विश्वव्यापी समस्या बन गयी है, इसकी जड़ें पुरे विश्व में फैलती जा रही है | आतंकवाद प्राचीन काल से ही इस दुनियां में एक बड़ी समस्या के रुप विद्यमान रहा है | “आतंकवाद” शब्द का प्रयोग मूल रुप से फ्रांसीसी क्रांति में आतंक के राज के दौरान जेकोबियन क्लब के कार्यों का वर्णन करने के लिए किया गया था |
आतंकवाद एक प्रकार ही हिंसात्मक गतिविधि है जिसे किसी भी खास संगठन द्वारा अपने आर्थिक, धार्मिक राजनितिक एवं विचारात्मक लक्ष्यों की पूर्ति के लिए अंजाम दिया जाता है | आज के समय में संपूर्ण विश्व आतंकवाद की चपेट में है |
एक समय था जब ब्रिटेन, फ्रांस, रूस और अमेरिका जैसी महाशक्तियों को आतंकवाद से मुक्त माना जाता था | लेकिन आज की स्थिति बिलकुल भी बदल गई है | हम न्यूज़ चैनल पर आय दिन होने वाली आतंकवादी घटनाओं के बारे में सुनते रहते हैं |
निष्कर्ष :
भारत भूमि हमेशा से ही शांतिप्रिय रही है | जियो और जीनें दो का नारा उसका धर्म रहा है | लेकिन अहिंसक और शांतिप्रिय देश भारत में पिछले कई दशकों से सांप्रदायिक हिंसा और आतंकवाद का बोलबाला है | आतंकवाद ने हमारे देश को इस तरह जकड रखा है की लाख कोशिशों के बाद भी यह ख़त्म नहीं हो रहा है |