आतंकवाद पर निबंध – पढ़े यहाँ Aatankwad In Hindi Essay

प्रस्तावना:

आतंकवाद हिंसा का गैर कानूनी तरीका है जो लोगों को डराने के लिए आतंकवादियों द्वारा प्रयोग किया जाता है | दो लाश बरामद किये गए, हथियार बरामद किये गए, बम विस्फोट हुआ, पैसों के लिए डराया, धमकाया गया यह सब हम आय दिन अखबारों और समाचारों में पढ़ते हैं |

कई लोगों के लिए हिंसा जीवन शैली बन गई है | आतंकवाद बीसवीं शताब्दी का सबसे बड़ा अभिशाप रहा है | आतंकवाद एक बड़ा राष्ट्रिय मुद्दा बन चूका है जो पूरी जीत के लिए मानव दिमाग का इस्तेमाल कर रहा है | लोगों को कमजोर बनाने के लिए उन्हें डरा रहा है |

आतंकवाद किसी विशेष राजनितिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए हिंसा का व्यवस्थित उपयोग कर आबादी में डर का माहौल बनाना है | राजनितिक और धार्मिक समूहों, क्रांतिकारियों द्वारा यहाँ तक की सेना, खुफिया संगठनों द्वारा आतंकवाद का अभ्यास किया गया है |

दुनिया के कई भाग में आतंकवाद के तांडव का खामियाजा भुगत रहा है | लेकिन सरकार इस पर पूरी तरह से नियंत्रण स्थापित कर पाने में सफल नहीं हो पाई है | आतंकवाद विश्व का सबसे बड़ा खतरा बन चूका है | आतंकवाद को मानव ने खुद ही अपने दिमाग से निर्मित किया है |

आतंकवाद का पीड़ादायक पहलु यह है की इसमें हजारो निर्दोष लोग इसका शिकार बन जाते हैं | अनेकता में एकता भारत की प्रमुख विशेषता है | यहाँ सभी धर्मों को समान रूप से समाहित किया गया है | यहाँ की महान सस्कृतियों को देखकर बहुत से देश निस्तबद्ध रह जाते हैं और इस देश के एकीकरण को तोड़कर बिखेरना चाहते हैं |

आतंकवाद शब्द की उत्पत्ति आतंक शब्द से हुई है | आतंकवाद किसी भी प्रकार के आतंक को फैलाने के लिए किया जाता है | आतंकवाद के भी कई रूप है अपारंपरिक युद्ध और मनोवैज्ञानिक युद्ध शब्द का राजनितिक और भावनात्मक रूप से लिया जाता है |

आतंकवाद कई प्रकार की विश्वव्यापी समस्या बन गयी है, इसकी जड़ें दिन-प्रतिदिन फैलती जा रही है | आज यह अंतरराष्ट्रीय समस्या के रूप में उभर रही है | एक देश का दूसरे देश पर आक्रमण करता है तो दोनों देशों के सरकारों की बातचीत, संधि आदि से हो जाता है | लेकिन आतंकवाद का कोई भी हल नहीं है, इसका लक्ष्य सिर्फ आतंक फैलाना है |

२००१ में देश के सबसे सुरक्षित संसद भवन में आतंकवादी घुस गए थे | पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के साथ आतंकवादियों को मार गिराया गया था | इस दौरान पुरे संसद में दहशत का माहौल था चारो तरफ अफरा तफरी मच गई थी |

२००६ में मुंबई लोकल ट्रैन को निशाना बनाया गया था | ११ मिनट के अंतराल में ७ बम विस्फोट किये गए थे | जिसमें बच्चे, बूढ़े, महिला और नौजवानों की जान गई थी |

२००८ में मुंबई के ताज होटल और ओबेरॉय होटल में आतंकवादी घुस गए और वहां कई दिनों तक लोगों को बंदी बना कर रखा गया था | जिसमें आतंकवादी अपनी मांग पूरा करवाना चाहता था लंबी मुठभेड़ के बाद १ आतंवादी मारा गया था और दूसरे आतंकवादी कसाब को गिरफ्तार किया गया जिसमें कसाब को २०१२ में फांसी की सजा दी गई |

Updated: January 29, 2020 — 7:48 am

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