प्रस्तावना:
मनुष्य और पर्यावरण इन दोनों का संबंध सबसे पुराना है | मनुष्य को इस पर्यावरण अन्य प्रकार चीजे उपलब्ध होती हैं | प्रकृति यह मानवी जीवन को मिली हुई एक देन हैं | इसके कारण इस धरती पर मनुष्य और सभी सजीव सृष्टी यानि पशु पक्षी, जानवर इत्यादि. निवास करते हैं |
मनुष्य को इस प्रकृति के द्वारा जगल, पहाड़, पर्वत, नदी यह सभी चीजे एक उपहार के रूप में दिए हैं | इन सभी के बिना कोई भी मनुष्य या वन्य जीव अपने जीवन की कल्पना नहीं कर सकते हैं |
सभी प्रकार के वन्य जीव
इस पर्यवरण में अन्य प्रकार के वन्य जीव रहते हैं | पशु पक्षी पेड़ों पर ही अपना घोसला बनाकर रहते हैं | वन ही उनका घर होता हैं | इस वनों में भिन्न भिन्न प्रकार के वन्य जीव रहते हैं | जिनका आकार, रंग – रूप , उनकी जीवन शैली और उनका राहणीमान अलग-अलग हैं |
फिर भी यह वन्य जीवों के कारण इस प्रकृति की शोभा और बढ़ जाती हैं | वन्य जीव वातावरण के सुंदरता को बनाये रखने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं |
मानव और पर्यावरण
मानव अपनी सुख सुविधाओं के लिए इस वनों की कटाई करने लगा हैं | वनों से मनुष्य को विविध प्रकार की साधन संपत्ति मिलती हैं | उसका उपयोग मनुष्य अपने जीवन में करता हैं | मनुष्य उस वनों को नष्ट करके वन्य जीवों का घर उजाड़ते हैं | कई लोग प्राणियों की हत्या भी करते हैं |
इसके कारण पर्यावरण का संतुलन बिगड़ने लगता हैं | हमारे इस धरती पर ऋतू चक्र पर भी परिणाम होने लगा हैं | धरती अन्य प्रकार की आपदाएं भी आने लगी हैं | इसके कारण मनुष्य से लेकर पुरे वन्य जीवों को भी बहुत नुकसान पहुँच रहा हैं | इसके कारण वन्य जीवों की प्रजाति नष्ट होने लगी हैं |
वन्य जीवों के लिए संरक्षण
इन सभी वन्य जीवों की रक्षा करने के लिए सभी लोगों को प्रयास करना होगा | वन्यजीवों को प्रजाति नष्ट होने लगी इसलिए वन्यजीव अधिनियम के अनुसार सन १९७२ में वन्य जीव संरक्षण का कायदा किया गया |
राष्ट्रीय उद्यान
आज पुरे देश में वन्यजीवों का रक्षण करने के लिए राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य और अन्य जीव अभयारण्यों की स्थापना की गयी हैं |
इसके द्वारा हर एक पशु पक्षी, प्राणियों का रक्षण किया जाता हैं | आज देश में राष्ट्रिय प्राणी उद्यान देश के सभी भागों में स्थापित किये गए हैं |
वन्यजीवों के संरक्षण के बढावा
मनुष्य को वनों की कटाई नही करनी चाहिए |
मानव को वन्यजीवों की हत्या नही करनी चाहिए |
सभी लोगों को जादा से ज्यादा पेड़ लगाकर वनों को सुरक्षित रखना चाहिए |
निष्कर्ष:
मनुष्य को अपना अस्तित्व बनाके रखने के लिए पर्यावरण का संरक्षण करना होगा | मनुष्य को वन्य जीवों को बचाके रखना हैं, तो उन्हें अन्य प्रकार के प्रदुषण और जन्गालोंके कटाई के कारण बचाना होगा | सभी लोगों का कर्तव्य हैं की सभी वन्य जीवों को सुरक्षित रखना चाहिए |