प्रस्तावना :
हमारे देश की राष्ट्रभाषा हिंदी हैं | यह भाषा पुरे देश में बोली जाती हैं | हिंदी भाषा को देश में बहुत महत्व हैं | इस भारत देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने सन १९१८ को साहित्य सम्मेलन में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने के लिए कहा था |
राष्ट्रभाषा का अर्थ
राष्ट्रभाषा का अर्थ होता हैं की जिस भाषा का उपयोग देश की हर भाषा के लोग हिंदी भाषा को आसानी से बोल सके, लिख सके |
हिंदी भाषा की विशेषता
हिंदी भाषा को बहुत बोली जाने भाषा कहा जाता हैं | इस भाषा का मुख्य विशेषता हैं की यह एक सरल और सीधी भाषा हैं | कोई भी व्यक्ति इस भाषा को आसानी से बोल सकता हैं , लिख सकता हैं और पढ़ भी सकता हैं |
इस भाषा की दूसरी विशेषता हैं – यह भाषा लिपि के अनुसार चलती हैं | इस भाषा में जैसे लिखा जाता हैं वैसे ही बोला जाता हैं | यह भाषा स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में पढाई जाती हैं | इसका साहित्य लेखन भी बहुत बड़ा हैं |
अनेक महान विद्वानों ने भारत देश की अखंडता और एकता के लिए इस भाषा का समर्थन पुरे चारो तरफ कर लिया हैं |
हिंदी दिवस
१४ सितम्बर १९४९ को हिंदी भाषा को प्राधान्य मिला था |१४ सितम्बर को पुरे भारत देश में हिंदी दिवस मनाया जाता हैं |
२६ जनवरी १९५० को अपने भारत देश संविधान तैयार हो गया था | उसमे हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया हैं |
अलग अलग भाषाए
इस विश्व में बहुत सारे देश हैं और उनकी भाषा अलग – अलग हैं | हर देश की अपनी राष्ट्रभाषा हैं | भारत देश एक बहुभाषी राष्ट्र हैं लेकिन उसकी राष्ट्रभाषा हिंदी हैं | विश्व में हिंदी, इंग्लिश, तेलगु, मराठी, कन्नड़, बंगाली और तमिल यह सब भिन्न – भिन्न भाषाए बोली जाती हैं | भारत देश में सबसे ज्यादा हिंदी भाषा बोली जाती हैं | भारत देश का भाषा में प्रथम क्रमांक हैं और दूसरा स्थान बांग्लादेश का हैं |
विविध कार्यक्रमों का आयोजन
१४ सितम्बर को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता हैं | इस दिन स्कूल, सरकारी स्थल, और अन्य जगह पे इस दिन विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैं |
स्कूल और कॉलेज में हिंदी निबंध लेखन, हिंदी कविता, कथा कथन यह सभी कार्यक्रम के रूप में समारोह किये जाते हैं | पुरे देश में यह दिन बहुत ख़ुशी से मनाया जाता हैं | इस दिन हिंदी भाषा को बहुत माना जाता हैं |
हिंदी भाषा एक सम्पर्क भाषा
हिंदी भाषा देश की संपर्क भाषा भी मानी जाती हैं | इस भाषा को हर जगह पे बोला जाता हैं | हिंदी भाषा का वास्तविक के रूप में सम्मान करना चाहिए | यह भाषा पुए देश को एकता के सूत्र में बांध देती हैं | इस भाषा को सभी को अपनाना चाहिए |
निष्कर्ष :
इस भारत भूमि का नागरिक होने हेतु हमारा यह कर्तव्य हैं की हम राष्ट्रिय भाषा पर ध्यान दे और इस भाषा का विकास करके सभी भाषओं को जोड़ने का प्रयास करे |