प्रस्तावना:
हमारे देश में कन्या भ्रूण हत्या, दहेज प्रथा, बाल विवाह ऐसे अन्य सारे प्रथाओं का सामना करना पड़ता था | इसलिए हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीजी ने बेटी बचाओं, बेटी पढाओं इस योजना की शुरुवात की हैं |
इस योजना की शुरुवात इसलिए की हैं की, इसके द्वारा पुराने विचारों को नष्ट करके स्त्री को बचाने और पढाने के लिए उनको शिक्षा दी जाएगी |
योजना की शुरुवात
नरेन्द्र मोदीजी ने बेटी बचाओं, बेटी पढाओं इस योजना की शुरुवात सन २०१५ में की थी | भारतीय समाज में छोटी बच्चियों के खिलाफ भेदभाव किया जाता था | स्त्री की रक्षा और विकास के लिए इस मोहिम को शुरू किया गया हैं |
कन्या भ्रूण हत्या
कई लोगों की सोच बहुत गलत थी | उनको लगता था की, लड़का हमारे वंश को आगे बढाता हैं और लड़की यह पराये घर का धन होती हैं |
इसलिए कई लोग लड़की को गर्भ में ही ख़त्म कर देते थे | वो पैदा होने से ही उनको मार देते थे | इसके कारण लड़कियों की संख्या कम होने लगी |
दहेज़ प्रथा
समाज में दहेज़ प्रथा यह बहुत बड़ी समस्या बन चुकी थी | कई लोग यह सोचते थे की, जब लड़की की शादी की जाती हैं, तो उन्हें बहुत सारा दहेज़ देना पड़ता था |
इसके कारण लोग लड़की और लड़के में भेदभाव करने लगे थे | यह प्रथा में समाज में आज भी कार्यरत हैं | इसके कारण कई लड़कियों को दहेज़ न देने पर उनसे शादी नहीं की जाती हैं |
लड़कियों को बचाने के उपाय
स्त्री शिक्षा को बढ़ावा
हम सभी को स्त्री – पुरुष को एक समान मानना चाहिए | उन दोनों में भेदभाव नही करना चाहिए | स्त्री शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए | अगर समाज में शिक्षित महिलाए रहेगी तो अपने गर्भ में पल रही बेटियों की हत्या नही करने देगी |
इसका मुख्य कारण यह होता हैं की, स्त्री को शिक्षा के बारे में ना पता होना और उनको पुरानी रीती रिवाज में फंसा कर बेटियों की हत्या करने के लिए मजबूर करना | इसलिए हर एक स्त्री को शिक्षित करना बहुत जरुरी हैं |
लिंग जांच को रोकना
देश में लिंग जांच करने वाली मशीनों के कारण पता चलता हैं की, लड़का हैं या लड़की | कई लोग लिंग जाँच करने पर जब लड़की हैं तो उसे गर्भ में मार दिया जाता था |
इसके कारण लड़कियों की संख्या कम होती जा रही थी | हम सभी को लिंग जाँच करने वाली मशीन पर रोक लगानी चाहिए | इसको रोकने के लिए सरकार को कानून लगाना चाहिए |
निष्कर्ष:
समाज में रहने वाले लोगों को अपनी सोच बदलनी चाहिए और बेटियों को भी शिक्षित करना होगा | इस योजना के माध्यम से बेटियों के साथ होने वाले भेदभाव को खत्म कर दिया जाए और उन्हें पढने लिखने के लिए आज़ादी मिल जाए |
सभी बेटियों को उनका अधिकार मिलना चाहिए | इसलिए नरेंद्र मोदी ने बेटियों की सुरक्षा और उचित शिक्षा के लिए इस योजना का आरंभ किया हैं |