प्रस्तावना :
भारत देश प्राचीन से ही पर्वो (त्योहारों) का देश माना गया हैं | यहाँ पर आय दीन कोई न कोई पर्व नजदीक ही होता हैं, और इन त्योहारों का कारण धार्मिक कथाएं होती है |
इसी प्रकार से सभी त्योहारों में से एक त्योहार बसंत पंचमी भी है , इस पर्व की विशेषता यह है की बसंत पंचमी के सुभ दिन पर लोग माँ श्री सरस्वती देवी जो ज्ञान दयानी है, उनकी पूजा अर्चना करते है जिसके कारण हमें ज्ञान विद्या तथा बुद्धि की प्राप्ति होती हैं| और इसी दिन हमारी फसले भी तैयार हो जाती हैं जैसे गेहूँ, चना और जोवार आदि |
बसंत पंचमी का पर्व मनाने का कारण
प्राचीन काल में बसंत पंचमी इसी दिन एक पराक्रमी राजा अपने सामंतो के संग गजराज (हाथी) पर सवारी करते हुए अपने सम्पूर्ण राज्य के नगर का भ्रमण करने लगें थें | और जब वे भ्रमण करते हुए एक देवालय (मंदिर) में जा पहुंचें थे |
और वहा पर राजा ने बड़े ही निष्ठित और विधिपूर्वक भगवान कामदेव की पूजा कीं और अपने देवताओं को अन्न (अनाज) की बालियाँ चढाने लगे | और इस ख़ुशी को मानने हेतु कुछ लोग अन्न के फसल के तैयार होने पर बसंत पंचमी के त्यौहार को मनाते है तो कुछ माँ सरस्वती ज्ञान की देवी को प्रसन्न करने हेतु करते थें |
बसंत पंचमी मनाने की विधि
अक्सर यह पाया गया है कि शुभ दिन पर भारतीय सभ्यता के हिसाब से लोग जब अपने इष्ठ देवी देवताओं को अन्न (अनाज) की बालियाँ चढ़ाने के बाद अपनी हिसाब किताब के लेखन वाले किताब का और अपने पुस्तकों की पूजा करते हैं जिससे माँ सरस्वती प्रसन्न हो जाएँ |
इस दिन कई स्थानों पर पतंग उडाने का कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाता है | जब बसंत पंचमी का समय आता है तब मानो की सभी परेशानिया अपने आप ही दूर हो जाती है इस समय स्वस्थ और मन दोनों ही चुस्त दुरुस्त होता है |
यह बसंत पंचमी का दिन विद्यार्थियों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है, इस दिन प्रत्येक विद्यार्थियों की छुट्टी होती है और विद्यार्थी अपने किताबो की पूजा अर्चना करते है जिससे माँ सरस्वती उनपे ज्ञान की कृपा बनाये रखे और उनपर आशीष की वर्षा करें |
निष्कर्ष :
हमारे भारत देश में प्राचीन से ही जब-जब कोई कथाएं बनी है तब-तब कोई न कोई पर्व मनाने लगे हमें यह बताने के लिए की यह पर्व मनाने के पीछे कोई न कोई कारण रहा है तब हम यह भिन्न भिन्न पर्व मानते है किंतु यह प्रत्येक पर्व की जो कहानिया हैं|
वो सभी लोग नहीं जानते है जो की यह उचित नहीं है कारण की सबसे जादा हिन्दू पर्व भारत देश में मनाया जाता है और उससे ज्यादा हिन्दू धर्म के लोग यहाँ पर निवास करते है|
अतः हमें चाहिए की हम अपनी आधुनिक ज्ञान और संस्कृति से थोडा पीछे जो हमारी भारतीय संस्कृति हैं उस पर भी ध्यान दें |
हमारे भारत देश की संस्कृति में विविधता में एकता की झलक दिखाई देती है जिसके कारण विदेशी पर्यटक इस पर अध्यन करने भारत देश आते है जिस पर हमे गर्व है की हम भारत जैसी स्वाभिमानी मिट्टी में जन्म लिए हैं |